भाजपा: गोंड, खरवार को लेकर संगठन और सरकार का नजरिया अलग-अलग!

गाजीपुर। गोंड, खरवार बिरादरी को भाजपा अपनी ओर रिझाने की हर संभव कोशिश में जुटी है लेकिन इन दोनों बिरादरियों के मामले में संगठन और पार्टी की सरकार का नजरिया बिल्कुल अलग-अलग है। जहां संगठन इन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा दे रहा है। वहीं सरकार इन बिरादरी के लोगों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र देने तक को तैयार नहीं है। कम से कम गाजीपुर में तो यही स्थिति है।
पार्टी संगठन की ओर से रविवार को अनुसूचित जनजाति मोर्चा की जिला कार्यकारिणी की सूची जारी हुई। मोर्चा के जिलाध्यक्ष एवं पार्टी जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी इस सूची में अनूप खरवार, लक्ष्मी गोंड, अमृत खरवार, सोनू गोंड, धरमचंद खरवार तथा विनोद खरवार उपाध्यक्ष, अमरेंद्र खरवार व प्रदीप गोंड महामंत्री, त्रिलोकी नाथ खरवार, श्रेमचंद गोंड, नीरज खरवार, पिंटू गोंड, नेहरू खरवार व आर्यमावती मंत्री, अरुण खरवार कोषाध्यक्ष, विनोद खरवार मीडीया प्रभारी, पवन कुमार सोशल मीडिया प्रभारी, रविशंकर खरवार कार्यालय प्रभारी के अलावा ब्रह्मदेव खरवार, ध्रुव कुमार गोंड, अशोक खरवार, राजेंद्र गोंड, अजीत खरवार, बबन गोंड, तेज नारायण, सतेंद्र खरवार, लालचंद गोंड, सेवा गोंड, उमाशंकर गोंड और पंकज खरवार बतौर सदस्य हैं।
इस सूची पर गौर किया जाए तो पार्टी की अनुसूचित जनजाति मोर्चा की जिला कार्यसमिति का गठन खरवार तथा गोंड बिरादरी के नेताओं, कार्यकर्ताओं से ही संभव हो पाया है लेकिन गाजीपुर में किसी भी तहसील मुख्यालय से इन दोनों बिरादरी के लोगों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहा है। इस बात की पुष्टि पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला मंत्री संतोष कश्यप के कथन से भी होती है। दो दिन पहले उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट के जरिये बताया था कि इस सिलसिले में वह एसडीएम सैदपुर से मिले थे। एसडीएम सैदपुर ने उनसे कहा कि गाजीपुर के अन्य तहसीलों में गोंड, खरवार को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी होगा तो सैदपुर तहसील में भी निश्चित रूप से दोनों बिरादरी को इस आशय का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।