भाजपाः ब्राह्मणों के लिए कोई संभावना नहीं!

गाजीपुर। दूसरे दल ब्राह्मणों को रिझाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। हैरानी नहीं कि विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के वक्त ब्राह्मण समाज को लेकर वह दल उदार भी रहें लेकिन भाजपा इस बार भी गाजीपुर में इस संभावना को एक तरह से खत्म ही कर दी है।
मौजूदा वक्त में गाजीपुर भाजपा में ब्राह्मण नेताओं में दो बड़े चेहरे हैं। पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य जितेंद्र नाथ पांडेय और पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रामतेज पांडेय। जहां तक बात जितेंद्रनाथ पांडेय की है तो वह जहूराबाद विधानसभा सीट के लिए शुरू से पार्टी टिकट के प्रबल दावेदार माने जाते रहे हैं। जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र में बेहद सक्रिय रहते हैं। कार्यकर्ताओं के हर सुख-दुख के मौके पर उनकी मौजूदगी लगभग अनिवार्य रहती है। शायद यही वजह है कि वह कार्यकर्ताओं में खासे लोकप्रिय भी हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी समझौते में सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के लिए वह सीट छोड़ दी गई थी और इस बार की उनकी दावेदारी पर खुद पार्टी प्रदेश नेतृत्व ने ही रोक लगा दी है। उन्हें किसी गैर जिले की विधानसभा सीट का प्रभारी बना दिया गया है।
मालूम हो कि पार्टी प्रदेश भर के विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रभारी नियुक्त कर दी है। प्रभारी गैर जिले के बनाए गए हैं। प्रभारी के अलावा हर विधानसभा क्षेत्र में विस्तारक तथा संयोजक भी नियुक्त किए गए हैं। प्रभारी की तरह विस्तारक भी गैर जिले के हैं जबकि संयोजक संबंधित जिले के ही नामित किए गए हैं।
नियुक्ति के साथ ही प्रभारियों को साफ-साफ बता दिया गया है कि उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका पार्टी नहीं देगी। पांडेय द्वय के अलावा गाजीपुर के वरिष्ठ नेताओं में कृष्णबिहारी राय, बिजेंद्र राय तथा शोभनाथ यादव भी गैर जिले की विधानसभा सीटों के लिए प्रभारी नियुक्त हुए हैं। हालांकि फिलहाल इन लोगों के प्रभार के लिए विधानसा क्षेत्र आवंटित नहीं हुआ है लेकिन पिछले सप्ताह लखनऊ आए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश भर के नियुक्त विधानसभा क्षेत्र प्रभारियों की बैठक कर उन्हें उनके दायित्व की जानकारी जरूर दे दी।