भाजपाः जितेंद्र पांडेय भदोही, कृष्ण बिहारी को शिवपुर का प्रभार

गाजीपुर। विधानसभा चुनाव के लिए प्रभारी बनाए गए गाजीपुर के नेताओं को गैर जिलों के विधानसभा क्षेत्र भी आवंटित हो गए हैं।
पार्टी संगठन की काशी क्षेत्र इकाई अध्यक्ष महेशचंद्र श्रीवास्तव ने बुधवार को अपने अधिकार क्षेत्र की सभी 71 विधानसभा सीटों के प्रभारियों की सूची जारी की। उसके मुताबिक जितेंद्रनाथ पांडेय (क्षेत्रीय संयोजक साहित्य प्रकोष्ठ) को भदोही विधानसभा सीट का प्रभार सौंपा गया है जबकि पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी राय वाराणसी की शिवपुर विधानसभा सीट का प्रभार संभलेंगे। इनके अलावा पूर्व जिलाध्यक्ष रामतेज पांडेय को भी वाराणसी की ही रोहनियां सीट का प्रभार दिया गया है।
सूची में एक और नाम अंकित है। इसको लेकर भ्रम की स्थिति बन गई है। वजह सूची में नाम उमाशंकर यादव बताया गया है और उनका दायित्व वाले कॉलम में पूर्व जिला महामंत्री दर्ज है। उन्हें जौनपुर सदर सीट का प्रभारी बताया गया है जबकि पहले गाजीपुर में इस नाम का कोई जिला महामंत्री नहीं रहा है। अलबत्ता, वर्तमान में पार्टी के जखनियां मंडल अध्यक्ष के पद पर उमाशंकर यादव हैं। वह पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं और विद्यार्थी परिषद, भाजयुमो से ही जुड़े हैं। इस समय वह अपनी ग्राम पंचायत के प्रधान भी हैं।
बहरहाल, सूची में गाजीपुर की सभी सात विधानसभा सीटों के भी प्रभारियों का नाम है। उनमें सदर सीट के प्रभारी भदोही के रहने वाले पूर्व एमएलसी केदारनाथ सिंह हैं। भदोही के ही पूर्व जिला महामंत्री दिनेश पांडेय को जखनियां सुरक्षित सीट का प्रभार मिला है। प्रयागराज के पूर्व महानगर अध्यक्ष सुनील जैन सैदपुर का प्रभार संभालेंगे। मीरजापुर के रहने वाले प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक सुरेंद्र सिंह पटेल जंगीपुर और किसान मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री इंद्रा कुमार सिंह जहूराबाद तथा मीरजापुर के ही रहने वाले क्षेत्र कार्यसमिति सदस्य जयसिंह पाल मुहम्मदाबाद और वाराणसी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हेमंत सिंह को जमानियां सीट का प्रभार दिया गया है।
..पर बृजेंद्र राय का इन्कार
विधानसभा सीटों के लिए गाजीपुर से पूर्व जिलाध्यक्ष बृजेंद्र राय का नाम भी प्रस्तावित था लेकिन पार्टी सूत्रों की मानी जाए तो उन्होंने यह जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया। ऐसा उन्होंने क्यों किया यह तो नहीं मालूम लेकिन पार्टी यह जरूर पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि विधानसभा सीटों के प्रभारियों को चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया जाएगा। मालूम हो कि पार्टी विधानसभा चुनाव की तैयारी के क्रम में हर विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रभारी के साथ ही विस्तारक तथा संयोजक नियुक्त का निर्णय की है। प्रभारी एवं विस्तारक गैर जिले से और संयोजक स्थानीय होंगे।
…और मयंक के फिर काम आया ‘अतिसेवा' भाव
गाजीपुर। भाजयुमो के निवर्तमान अध्यक्ष सुमित तिवारी की साध धरी की धरी रह गई। उनकी दिली इच्छा थी कि उनको पदोन्नति देकर क्षेत्रीय संगठन में जगह मिले लेकिन ऐसा नहीं हुआ जबकि गाजीपुर के नंदगंज के रहने वाले मयंक जायसवाल को भाजयुमो के क्षेत्रीय नेतृत्व समूह में दोबारा उपाध्यक्ष की हैसियत देकर शामिल किया गया है। कार्यकर्ताओं की मानी जाए तो मयंक जायसवाल को बड़े नेताओं के लिए अति सेवाभाव का यह उपहार है।
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