योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम की तैयारी में जुटे अरुण सिंह

गाजीपुर। निःसंदेह! राजनीति में गतिविधियों के भी मायने निकलते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गाजीपुर में नौ सितंबर को कार्यक्रम प्रस्तावित है। कार्यक्रम पीजी कॉलेज में है। जहां मुख्यमंत्री कॉलेज संस्थापक बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह की प्रतिमा का लोकार्पण कर जनसभा को भी संबोधित करेंगे और मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम की तैयारी में जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अरुण सिंह भी अपने पूरे दमखम के साथ जुट गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कार्यक्रम की तैयारी में अरुण सिंह के जुटने को लेकर राजनीतिक हलके में चर्चा और कयास लगने शुरू हो गए हैं। दरअसल साल 2014 में अरुण सिंह ने भाजपा को बॉय-बॉय कर दिया था। संयोग से उसके बाद ही हत्या के एक मामले में फंसने के बाद उन्हें जेल जाना पड़ा था। साढ़े छह साल जेल प्रवास के बाद वह फिर से सक्रिय हो गए हैं और उनके जेल से लौटने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गाजीपुर में पहली जनसभा प्रस्तावित है।
योगी आदित्यनाथ के इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर अरुण सिंह ने बुधवार की सुबह पीजी कॉलेज के प्रबंधक अजीत सिंह संग उनके आवास पर लंबी मंत्रणा की और कार्यक्रम स्थल का भी जायजा लिए। पीजी कॉलेज के सूत्रों की मानी जाए तो खुद प्रबंधक ने अरुण सिंह को बुलाया था।
खैर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम की तैयारी में अरुण सिंह के पूरे मनोयोग से लगने को लेकर राजनीतिक हलके में उनकी भाजपा में वापसी के कयास भी लगने शुरू हो गए हैं। इस सिलसिले में ‘आजकल समाचार’ ने अरुण सिंह से संपर्क किया। वह कहे-योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम की तैयारी में मैं जरूर जुटा हूं मगर इसे मेरी भाजपा में वापसी से जोड़ना बिल्कुल जल्दबाजी वाली ही बात कही जाएगी। अव्वल तो यह कि मेरे दिल में शुरू से योगी आदित्यनाथ के लिए श्रद्धा रही है और अब जबकि वह गाजीपुर आ रहे हैं तो मेरा नैतिक दायित्व बनता है कि मैं उनके कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी ओर से कोई कोर-कसर न छोड़ूं और मैं माननीय योगीजी का स्वागत एक मेजबान के रूप में करूंगा और मुख्यमंत्री की जनसभा में मेरे लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचेंगे।