अपहृत मासूम सकुशल बरामद, सात अपहर्ता गिरफ्तार

गाजीपुर। दिलदारनगर थाना क्षेत्र के मिर्चा गांव से फिरौती के लिए अपहृत चार वर्षीय बालक अब्दुल रहमान को पुलिस ने सातवें दिन शुक्रवार को सकुशल बरामद कर लिया। इस वारदात में संलिप्त सात अपहर्ता गिरफ्तार हुए जबकि एक फरार है। गिरफ्तार अपहर्ताओं के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दो बाइक के अलावा मय कारतूस दो असलहे और दस मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। गिरफ्तार अपहर्ताओं को पुलिस कप्तान डॉ.ओमप्रकाश सिंह ने शनिवार को पुलिस लाइन में मीडिया के सामने पेश किया।
बालक अब्दुल रहमान पुत्र तौहीद खां को उसके घर के पास से ही 16 जनवरी की दोपहर करीब एक बजे उठाया गया था। उसके बाद फोन के जरिये 40 लाख रुपये की फिरौती की मांग की जा रही थी। बालक की सकुशल बरामदगी के लिए एसएचओ दिलदारनगर धर्मेंद्र कुमार पांडेय, एचएचओ जमानियां राजीव कुमार सिंह व स्वाट इंचार्ज विनीत कुमार राय की अगुवाई में टीम बनाई गई। पुलिस कप्तान बताए कि सर्विलांस व डिजीटल साक्ष्यों की मदद से यह बड़ी कामयाबी मिली।
इस अपहरण कांड में कुल आठ शामिल थे। उनमें दिलदारनगर थाना के अरंगी गांव का लालू अंसारी, विकास दूबे उर्फ बाबा उर्फ अनुष्क तथा हसीब अहमद, मिर्चा गांव का अमजद अंसारी, मोहम्मद कैश खां उर्फ गुड्डू, मोहम्मद इकबाल खां और जमानियां कोतवाली क्षेत्र के नरियांव निवासी कैफ शेख उर्फ छोटू शामिल है जबकि उनका एक साथी पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
वाराणसी में भी रखा गया था अब्दुल रहमान
अपहरण के बाद बालक अब्दुल रहमान को जमानियां कोतवाली के नरियांव में कैफ शेख उर्फ छोटू के घर रखा गया था। फिर जिला मुख्यालय गाजीपुर और वाराणसी में भी रखा गया था। पुलिस की मानी जाए तो उसके लगातार दबाव से अपहर्ता घबरा गए और वह किसी बहाने बालक को घर वापस भेजने की तैयारी में लग गए। उसी क्रम में वह पुलिस के हाथ लग गए।
अपहर्ताओं को बड़ी रकम मिलने की थी उम्मीद
बालक अब्दुल रहमान के पिता तौकीर खां और बड़े पिता खाड़ी देश में ड्राइवर हैं। परिवार कोई महंगी जमीन खरीदने की तैयारी में था। इसकी भनक मिर्चा गांव के अमजद अंसारी को लगी। उसने अपने साथियों संग अब्दुल रहमान के अपहरण की योजना बनाई। उन्हें उम्मीद थी कि उसके परिवार के पास खाड़ी देश की मोटी कमाई है। फिरौती में मुंह मांगी रकम मिलेगी। योजना के मुताबिक अब्दुल रहमान की गतिविधियों पर नजर ऱखी जाने लगी। उन्हें यह पता चल गया कि अब्दुल रहमान घर के पास दुकान पर चॉकलेट वगैरह लेने के लिए बार-बार जाता है। फिर उसी दौरान बहला फुसलाकर उसे अमजद और मिर्चा गांव का मोहम्मद कैश खां उर्फ गुड्डू तथा मोहम्मद इकबाल खां सड़क तक ले गए। वहां पहले से दो बाइक लेकर मौजूद उनके तीन साथी अब्दुल रहमान को लेकर आगे निकल गए थे। इधर जब अब्दुल रहमान के घरवालों की पल-पल की गतिविधियों से भी अमजद अपने साथियों को फोन से अवगत कराता रहा। पहले तो दिलदारनगर पुलिस ने अब्दुल रहमान की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी लेकिन जब दूसरे दिन फिरौती के लिए उसके घर फोन आया तब अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।
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