कनेरी कांड: चुप्पी साधे विधायक, मुंह खोले भाजपा नेता

गाजीपुर। सादात के बहुचर्चित कनेरी कांड में सैदपुर विधायक सुभाष पासी की चुप्पी को लेकर सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं। उधर भाजपा नेता संतोष यादव ने पूरे घटनाक्रम को निंदनीय बताते हुए इसे जातीय विवाद बनाने पर चिंता जताई है।
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सादात थाने का कनेरी गांव सैदपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है। वहां लगातार दो बार से सपा के सुभाष पासी विधायक हैं। हर बार उनकी जीत की कहानी में सादात ब्लाक प्रमुख कमलेश सिंह हकाड़ू का किरदार अहम रहा है। जाहिर है कि इस हैसियत से हकाड़ू सिंह विधायक सुभाष पासी के प्रिय हैं।
इसके उलट सपा के जिलाध्यक्ष रामधारी यादव समेत कुछ नेताओं की आंखों के लिए कमलेश सिंह हकाड़ू किरकिरी बन गए हैं। वह लोग इनको माफिया संजय यादव के भाई ओमकार यादव के साथ मारपीट के मामले में जेल तक भेजवाना चाहते हैं। इसके लिए वह डीएम, एसपी से भी मिल चुके हैं।
बावजूद इस प्रकरण में विधायक सुभाष पासी की ओर से कुछ नहीं हुआ है और न उनका कोई बयान ही आया है। इससे साफ है कि हकाड़ू पर कार्रवाई की मांग को लेकर कदम बढ़ाने वाले सपा नेताओं ने अपने ही विधायक सुभाष पासी को विश्वास में लेने की जरूरत नहीं समझी।

इसी बीच भाजपा नेता व सादात के पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष यादव ने पूरे घटनाक्रम को निंदास्पद बताते हुए कहा है कि इस घटना से सादात क्षेत्र की भाईचारा, सौहार्द्र की सदियों पुरानी परंपरा टूटी, कलंकित हुई है। कनेरी में जो कुछ हुआ वह किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं बल्कि जाति विशेष पर हमला हुआ। जाति विशेष के लिए नफरत, विद्वेष का परिणाम रहा। इससे सभ्य, शांतिप्रिय समाज की भावना आहत हुई है। इसके लिए जातीय गोलबंदी नहीं बल्कि सर्वसमाज को आगे आना होगा। उनका कहना है कि वह खुद किसी पद अथवा राजनीतिक लाभ को त्याग कर सादात के भाईचारे, सौहार्द्र को मजबूत करने को प्राथमिकता देंगे।