पूर्व मंत्री ओपी सिंह के करीबी त्रिभुवन सिंह बेटे संग भाजपा में शामिल

गाजीपुर। सपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह के अति करीबी त्रिभुवन सिंह अपने पुत्र अभिषेक सिंह सहित समर्थकों के साथ मंगलवार को मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए।
पिता-पुत्र ने भाजपा में अपनी इंट्री को धमाकेदार बनाने की पूरी कोशिश की। वह जमानियां तिराहे से गाजे-बाजे और सैकड़ों समर्थकों, कार्यकर्ताओं को लेकर छावनी लाइन स्थित भाजपा कार्यालय पहुंचे थे। जहां पार्टी जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने उनका माल्यार्पण और पार्टी के कमल निशान वाला दुपट्टा ओढ़ा कर उनका स्वागत किया। फिर मिस्ड कॉल के माध्यम से उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई गई।
मूलतः गंगा पार पटकनिया के रहने वाले और पेशे से ठेकेदार त्रिभुवन सिंह सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह के बेहद करीबी रहे हैं। यहां तक कि 2012 के विधानसभा चुनाव में वह ओमप्रकाश सिंह के चुनाव एजेंट भी थे। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद त्रिभुवन सिंह जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने त्रिभुवन नारायण सिंह ने बताया कि उन्हें 1998 से 2012 तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सानिध्य मिला है। तब वह उनसे बहुत प्रभावित थे। इधर करीब दो दशक से वह राजनीति में निष्क्रिय थे लेकिन अब भाजपा से जुड़ने के बाद वह फिर से सक्रिय होंगे। त्रिभुवन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह ने कहा कि राजनीति के जरिये समाजसेवा में उनकी शुरू से अभिरुची रही है और वह मानते हैं कि इसके लिए भाजपा के सिवाय और कोई दूसरा दल बेहतर नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा इस दिशा में बेहतर कार्य कर रही है।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने इन लोगों के पार्टी में आने पर प्रसन्नता प्रकट करते हुए कहा कि इन लोगों के जुड़ने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी। विधानसभा चुनाव में भी इनका लाभ पार्टी को मिलेगा। कार्यक्रम में मौजूद पार्टी के जिला प्रभारी अशोक मिश्र ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पंचायत चुनाव में पार्टी से निलंबित भाजपा के पूर्व जिला मंत्री राजेश सोनकर को भी पार्टी की पुनः सदस्यता दिलाई गई। कार्यक्रम में ओमप्रकाश राय, अखिलेश सिंह, परिक्षीत सिंह, अखिलेश राय, सुरेश बिंद, मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा, योगेश सिंह, अविनाश सिंह आदि नेता मौजूद थे। संचालन जिला महामंत्री प्रवीण सिंह ने किया।
पार्टी के लिए यह पहला मौका था जब जिला नेतृत्व ने गैर पार्टी से आए किसी नेता को पार्टी की सदस्यता दी है। इधर के दिनों में गैर दलों से आए नेताओं को सदस्यता देने का निर्णय प्रदेश नेतृत्व के स्तर से ही हुआ। त्रिभुवन सिंह और उनके पुत्र अभिषेक सिंह क्या समाजसेवा के लिए भाजपा की सदस्यता लिये हैं कि उससे उनकी कोई आकांक्षा है। इसका जवाब जानने की ‘आजकल समाचार’ ने कोशिश की तो पता चला कि पिता-पुत्र की निगाह जमानियां विधानसभा सीट पर है।