शेरपुरः इस बार खुर्द देगा कलॉ को कड़ी चुनौती!

भांवरकोल/ गाजीपुर (जयशंकर राय)। मुहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायतों में एक शेरपुर में भी चुनावी सरगर्मी शुरू हो गई है।
ग्राम पंचायत में कुल वोटरों की संख्या करीब साढ़े 19 हजार है। ग्राम पंचायत सात हिस्सों में बंटी है। शेरपुर कलॉ, शेरपुर खुर्द, सेमरा, बच्छलपुरा, पचासी, मुबारकपुर तथा धरमपुरा। फिर ग्राम पंचायत में आबादी के हिसाब से सर्वाधिक 58 फीसद पिछड़े तथा अति पिछड़े हैं। दो फीसद अनुसूचित जाति के लोग हैं जबकि शेष 40 फीसद अगड़े हैं। बावजूद ग्राम पंचायत की राजनीति का इतिहास कम रोचक नहीं है। एक तो प्रधान पद पर अगड़ों में एक जाति विशेष और उसमें भी एक ही परिवार विशेष का लंबे काल तक कब्जा रहा है। फिर गांव के हिसाब से देखा जाए तो लगभग हर चुनाव में शेरपुर कलॉ का ही दबदबा रहा है। पिछले चुनाव तक ऐसा ही था। एक बार 1995 में शेरपुर खुर्द ने जरूर इतिहास पलटा था लेकिन उसके बाद प्रधान पद फिर शेरपुर कलॉ के खाते में चला गया।
ऐसा नहीं कि ग्राम पंचायत के दूसरे गांवों ने प्रधान पद हथियाने की कोशिश नहीं की है। खासकर शेरपुर खुर्द तथा सेमरा तो पूरा दमखम लगा देता है लेकिन आखिर में बाजी उनके हाथ से निकल जाती है। पिछली बार तो सेमरा बाजी पलटने के करीब पहुंच भी गया था।
अब बारी सन्निकट चुनाव की है। हालांकि पंचायतों के आरक्षण की कार्यवाही अभी शेष है। पिछले चुनाव में प्रधान का पद सामान्य महिला था। वही मानकर प्रधान पद के संभावित उम्मीदवारों के मुख्य कर्ताधर्ता ताल ठोकने लगे हैं।
सर्वाधिक दावेदार शेरपुर कलॉ के ही सामने आए हैं। उनमें पूर्व प्रधान जेपी राय, मौजूदा प्रधान बिजुला राय के पति ललन राय, आनंद राय (पहलवान), पूर्व उप प्रधान ओमप्रकाश राय मुन्ना आदि प्रमुख हैं। इधर शेरपुर खुर्द में नीलम राय पति स्व. डॉ. नाथ शरण राय के पुत्र जयानंद राय मोनू भी जोरशोर से तैयारी में लग गए हैं। उनकी रणनीति यही है कि इस बार प्रधान का पद शेरपुर खुर्द के नाम हो जाए।
ग्राम पंचायत की चुनावी राजनीति पर नजर रखने वालों का मानना है कि जो उम्मीदवार एकमुश्त लगभग ढाई हजार वोट बटोर लेगा वह नतीजे के बिल्कुल करीब पहुंच जाएगा। उसी हिसाब से शेरपुर खुर्द के लोग अपनी रणनीति को परवान चढ़ाने में लगे हैं। शायद यही वजह है कि शेरपुर खुर्द में अभी तक नीलम राय के सिवाय दूसरा दावेदार सामने नहीं आया है।