तीसरे दिन भी चला शम्मी का भोजनालय

गाजीपुर।…जहां विपदा वहां शम्मी। जहां भूख वहां शम्मी। जहां रोग-व्याधि वहां शम्मी। जी हां! बात शहर के प्रमुख समाजसेवी विवेक कुमार सिंह शम्मी की ही हो रही है।
शहर के रज़ागंज इलाके में बाढ़ पीड़ितों के लिए शम्मी का शुरू हुआ नि:शुल्क भोजनालय तीसरे दिन रविवार को भी चला। करीब 900 भूखों ने अपनी क्षुधा भरी। उनमें बड़े, बुजुर्ग और बच्चे तक शामिल थे। कई बुजुर्गों ने बताया कि बाढ़ ने उनकी रोजी-रोटी तक छिन ली। जहां काम-धंधा ठप हो गया वहीं घर में घूसे पानी ने चूल्हों को भी साबूत नहीं छोड़ा। इस विपदा में शम्मी भैया का यह भोजनालय उनकी भूख मिटाने का बड़ा साधन बन गया है।
इस मौके पर शम्मी ने कहा कि जब तक बाढ़ रहेगी तब तक यह भोजनालय चलता रहेगा। उनका कहना था कि ऐसे बाढ़ पीड़ितों के लिए जरूरी है की रसद की जगह उन्हें पका भोजन परोसा जाए। बाढ़ पीड़ितों के हवाले से शम्मी ने बताया कि जिस रफ्तार से गंगा घट रहीं हैं। उससे अनुमान यही है कि रजागंज के लोग भी बाढ़ से दो दिनों में उबर जाएंगे।
पूर्व की तरह इस मौके पर नि:शुल्क मेडिकल कैंप की भी व्यवस्था थी। चर्म, पेट रोग सहित ज्वरग्रस्त पीड़ितों की जांच कर उन्हें जरूरी दवा उपलब्ध कराई गई। भोजनालय तथा मेडिकल कैंप की व्यवस्था में सूरज यादव, राहुल सिंह, मनीष पांडेय, इंदीवर वर्मा, इमरान अंसारी, अनिल सिंह, विजय सिंह आदि का सहयोग सराहनीय रहा।