मदद की नींव पर शम्मी ने बुलंद की नेकी की दीवार

गाजीपुर। वैसे तो जरूरतमंद की मदद इंसानियत का मिजाज है लेकिन बहुतेरे लोग नेकी कर दरिया में डाल देने वाले अंदाज में ही खुद से मुतमईन हो जाते हैं। इससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनकी मदद असल जरूरतमंदों तक पहुंच पाई या नहीं।
शायद इसी एहसास से शहर के प्रमुख समाजसेवी एवं अध्यक्ष शिक्षणेत्तर कर्मचारी परिषद, पीजी कॉलेज विवेक सिंह शम्मी ने एक अनोखी पहल की। उन्होंने कलेक्ट्रेट और सिटी स्टेशन पर `नेकी की दीवार `बनाई और देखते ही देखते लोगों की मदद से यह दीवार बुलंद होती चली गई। दो सप्ताह तक चले उनके इस कार्यक्रम का बुधवार को अंतिम दिन था। इसके जरिये पूरे दो हजार जरूरतमंदों को साड़ी, पैंट-शर्ट, गर्म कपड़े, जूते-चप्पल और कंबल उपलब्ध कराए गए। शहर के सामर्थ्यवान से लगायत सामान्य आय वाले लोग दिल खोलकर अपने घरों में पड़े अनुपयोगी कपड़े, स्वेटर,, शाल और जूते-चप्पल चिन्हित स्थानों पर रखते चले गए तो बड़े कपड़ा व्यापारियों और कतिपय धनवान साड़ी, कंबल उपलब्ध कराए।
सिटी स्टेशन पर हुए कार्यक्रम के समापन पर शम्मी ने मददगारों के प्रति आभार जताया। खासकर शहर के प्रमुख कारोबारी विनोद राय, राजेश अग्रहरि व प्रमुख प्रतिष्ठान केशरी वस्त्रालय वगैरह का नाम गिनाते हुए बताए कि इन लोगों के सहयोग से इस हाड़ कंपाने वाली ठंड में 200 कंबल अति करीबों को उपलब्ध कराया जा सका है। अपनी इस पहल की सार्थकता साबित होने पर शम्मी काफी उत्साहित थे। उन्होंने एलान किया कि अब यह कार्यक्रम हर साल जनवरी में चलाया जाएगा। बताए कि इस कार्यक्रम में इंदीवर वर्मा, जैद सिद्दीकी, अजय राय दारा, अनिल सिंह, मनीष पांडेय, स्वर्ण कारीगर संघ के अध्यक्ष शुभम वर्मा, अमृत पांडेय, इमरान अंसारी, अब्दुल अजीज, सूरज सिंह, सैजी काजमी, प्रदीप आदि का योगदान सराहनीय रहा।