वरिष्ठ वकील राम अधार राय अब नहीं रहे

गाजीपुर। जिले के जाने माने वकील (फौजदारी) राम अधार राय अब नहीं रहे। गुरुवार की सुबह अचानक करीब 11 बजे अत्यधिक रक्तचाप के कारण वह कोमा में चले गए। स्वजन उन्हें अस्पताल ले गए। जहां रात करीब साढ़े दस बजे उनके प्राण पखेरु उड़ गए। वह 90 वर्ष के थे। उनका दाह संस्कार शुक्रवार की दोपहर में गाजीपुर श्मशान घाट पर होगा। मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ पुत्र रिटायर्ड इंजीनियर राधेश्याम राय देंगे।
वह अपने पीछे पत्नी समेत संतानों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। राम अधार राय के कनिष्ठ पुत्र अरुण राय टमाटू ने बताया कि पिताश्री रोज की तरह सुबह उठने के बाद नियमित दिनचर्या से निवृत्त हुए। वह स्वजनों संग अपने चिरपरिचित खुशमिजाज अंदाज में बात कर रहे थे। उसी बीच उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ और वह कोमा में चले गए। छह दशक से अधित काल तक वकालत किए। अपनी खुशमिजाजी से कचहरी में भी काफी लोकप्रिय थे। जूनियर-सीनियर का वह भेद नहीं करते थे। जूनियर वकीलों को बराबर प्रोत्साहित, उत्साहित करते रहते थे। उनके ज्ञान, स्वभाव से न्यायायिक अधिकारी भी सम्मान देते थे। अपने पेशे के प्रति वह बराबर संजीदे रहते।