यूपी पुलिस की काउंटर पॉलिसी पर रिटायर्ड आईपीएस ने उठाई अंगुली

गाजीपुर। रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर अपने सेवा काल में यूपी के रहे मुख्यमंत्रियों में कल्याण सिंह को लायल मानते हैं। उनका मानना है कि निःसंदेह कल्याण सिंह का मुख्यमंत्री का पहला (1991) कार्यकाल बेहद ईमानदार और निष्पक्ष था।
श्री ठाकुर अब सक्रिय राजनीति में उतरने की पूरी तैयारी में हैं। उसीक्रम में खुद के लिए संभावनाएं तलाशने वह दस अगस्त को गाजीपुर पहुंचे थे। मीडिया से बातचीत में एक सवाल पर उन्होंने योगी सरकार की पुलिस की काउंटर पॉलिसी पर तंज कसते हुए कहा कि पुलिस अपराधियों को एकदम अंडे की तरह ट्रीट कर रही है। अपराधियों को हाफ फ्राई या फुल फ्राई अंडा बना रही है। मतलब किन्हीं अपराधियों को पैर में गोली मारकर लंगड़ा बना रही है और किन्हीं अपराधियों को ढेर कर दे रही है।
अपनी इस बात को और पोख्ता करने के लिए रिटायर्ड आईपीएस ने नोएडा के बहुचर्चित श्रीकांत त्यागी प्रकरण का हवाला दिया। कहे कि अगर श्रीकांत भाजपा से जुड़ा न होता तो योगी की पुलिस उसे भी हाफ या फुल फ्राई बना दी होती। उनका कहना था कि मौजूदा कानून-व्यस्था में बदलाव यही है कि अब शिकायत करना बड़ा गुनाह है और योगी सरकार खुद के विरुद्ध उठने वाली हर आवाज को जबरिया दबा रही है।
एक अन्य सवाल पर अपने राजनीतिक एजेंडे के बाबत श्री ठाकुर ने बताया कि उनका संगठन अधिकार सेना नगर निकायों के चुनाव से अपनी चुनावी राजनीति की शुरुआत करेगी और वह खुद 2024 का लोकसभा चुनाव बलिया सीट से लड़ेंगे। खुद के जेल जाने का जिक्र आने पर उन्होंने कहा कि उन्हें जिस ट्विट के कॉन्टेंट पर जेल भेजा गया था, उस ट्विट का उनको रंच मात्र भी अफसोस नहीं है। वजह वह ट्विट घोसी सांसद अतुल राय पर रेप के लगे झूठे आरोप से था और उसमें उन्होंने उस कथित रेप के मामले की सिर्फ जांच की मांग की थी।
इस मौके पर उनके संग उनकी वकील पत्नी नूतन ठाकुर भी थीं। वह प्रख्यात समालोचक स्व. डॉ.पीएन सिंह के घर जाना नहीं भूले और फिर बलिया के लिए रवाना हो गए।