विधायक भतीजे के विरुद्ध एफआईआर, मामला पूर्व प्रमुख संग मारपीट का

भांवरकोल (गाजीपुर)। भाजपा विधायक अलका राय के भतीजे आनंद राय मुन्ना के विरुद्ध पूर्व ब्लॉक प्रमुख शारदानंद राय लुटूर संग मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है।
मालूम हो कि पंचायत चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन रविवार की शाम करीब पौने दो बजे पूर्व ब्लॉक प्रमुख द्वय लुटूर राय तथा रतना राय बीडीसी सदस्य के लिए कनुवान की प्रथम एवं द्वितीय सीट से अपना नामांकन पत्र जमा करने ब्लाक मुख्यालय परिसर में पहुंचे ही थे कि वहां पहले से अपने साथियों संग मौजूद आनंद राय मुन्ना उन्हें रोक लिए और दोनोंजनों के नामांकन पत्र छीन कर फाड़ दिए। आपत्ति करने पर उनसे मारपीट पर उतर आए। उस घटना से मौके पर अफरातफरी मच गई थी। सूचना मिलने पर एसडीएम मुहम्मदाबाद राजेश गुप्त तथा सीओ राजीव द्विवेदी मौक़ पर पहुंच गए। कुछ ही देर में जिला मुख्यालय से एडीएम राजेश कुमार, एएसपी राजधारी चौरसिया भी पहुंचे। अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही आनंद राय मुन्ना और उनके साथी वहां से खिसक चुके थे। अधिकारियों ने लुटूर राय तथा रतना राय से दूसरा नामांकन पत्र भरवा कर उसे जमा करवाए। मौके पर ही लुटूर राय तथा रतना राय ने अपने साथ हुई घटना की तहरीर एएसपी राजधारी चौधरी को दी।
आनंद राय मुन्ना के विरुद्ध एफआईआर की पुष्टि एसओ भांवरकोल शैलेश कुमार मिश्र ने भी की। बताए कि यह कार्यवाही रात में ही कर दी गई थी। तहरीर के आधार पर एफआईआर में आनंद राय मुन्ना नामजद अभियुक्त हैं जबकि 10-15 अज्ञात हैं। एफआईआर में 143, 148, 323, 504, 506 के अलावा 171 (ग) की धारा लगाई गई है।
भूमिहार बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र मुहम्मदाबाद में इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। इस मामले में विधायक अलका राय की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पत्नी को निर्विरोध जीताना चाहते हैं मुन्ना राय
विधायक अलका राय के भतीजे आनंद राय मुन्ना की निगाह गृह ब्लॉक भांवरकोल के प्रमुख की कुर्सी पर है। इस कुर्सी पर अपनी पत्नी श्रद्धा राय को बैठाने की उनकी तैयारी है। इसके लिए उन्होंने नामांकन के पहले ही दिन पत्नी का बीडीसी की कनुवान की प्रथम सीट से नामांकन भी करा दिया था। उनकी योजना थी कि पत्नी निर्विरोध बीडीसी सदस्य चुन ली जाएं। बकौल लुटूर राय, इसके लिए मुन्ना राय एक दिन पहले उन्हें फोन कर एकदम आदेशात्मक लहजे में उस सीट पर रतना राय का नामांकन कराने से मना किए और इसी खुन्नस में वह मारपीट किए और उनका तथा रतना राय का नामांकन पत्र फाड़ दिए। हालांकि इतना सब करने के बाद भी मुन्ना राय की योजना धरी की धरी रह गई। जहां रतना राय का बीडीसी की कनुवान प्रथम सीट वहीं खुद लुटूर राय का कनुवान दो से नामांकन हुआ है।