असावर ग्राम पंचायत में लाखों का घोटाला, सेक्रेटरी पर एफआईआर

गाजीपुर। बाराचवर ब्लॉक की ग्राम पंचायत असावर में हुए लाखों के घपले के मामले में डीएम एमपी सिंह एकदम सख्त हो गए हैं। उनके आदेश पर सोमवार की रात करीमुद्दीनपुर थाने में ग्राम पंचायत सेक्रेटरी शिशिर कुमार सिंह के विरुद्ध प्रभारी एडीओ पंचायत अनिल यादव ने एफआईआर दर्ज कराई। खबर यह भी है कि खुद अनिल यादव के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है।
दरअसल यह मामला हाईकोर्ट चला गया है और उसमें डीएम को भी पार्टी बना दिया गया है। उस सिलसिले में हाईकोर्ट ने डीएम को व्यक्तिगत रूप से तलब कर लिया है। उसके बाद जब डीएम ने पड़ताल शुरू कराई तब पूरा मामला उनके संज्ञान में आया। पता चला कि गांव के दीपक कुमार राय, रमाकांत चौहान, विनोद राय आदि ने ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण, स्ट्रीट लाइट, सोलर लाइट और हैंडपंप रिबोर के नाम पर सरकारी रकम के घोटाले की शिकायत बकायदे शपथ पत्र के साथ की थी। जांच के बाद डीपीआरओ ने प्रभारी एडीओ पंचायत अनिल यादव से ग्राम पंचायत अधिकारी और तत्कालीन ग्राम प्रधान के विरुद्ध एफआईआर कराने को कहा मगर एडीओ पंचायत ने ग्राम पंचायत अधिकारी तथा तत्कालीन ग्राम प्रधान से मिलीभगत कर पूरे मामले को दबाने की कोशिश की। तब शिकायतकर्ता हाईकोर्ट पहुंच गए और सीधे डीएम को पक्षकार बना दिए। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए डीएम को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया।
इस पूरे प्रकरण से अनजान डीएम एमपी सिंह को तब पता चला जब हाईकोर्ट में पेश होने की नोटिस मिली। डीएम ने अपने स्तर से इसकी जांच कराई। जांच में कुल 53 लाख 99 हजार 195 रुपये के घोटाले का मामला सामने आया। उसके बाद डीएम ने ग्राम पंचायत अधिकारी के विरुद्ध एफआईआर का आदेश दिया। जाहिर है कि इस पूरे मामले में प्रभारी एडीओ पंचायत की भूमिका भी संदिग्ध है। लिहाजा उन पर भी तलवार लटक रही है।
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