मुख्तार पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई अब 24 को, मामला पंजाब से यूपी लाने का

गाजीपुर। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब से लाने के लिए यूपी सरकार को अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
यूपी सरकार की इस आशय की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अशोक भूषण और आर सुभाष रेड्ïडी की बेंच ने पंजाब सरकार के हलफनामे पर यूपी सरकार से जवाब दाखिल करने को कहा और इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 फरवरी की तारीख मुकर्रर कर दी।
यूपी सरकार के वकील तुषार मेहता ने कहा कि मुख्तार अंसारी पर उत्तर प्रदेश में 15 केस दर्ज हैं। वह गैंगस्टर की श्रेणी में आते हैं। बावजूद पंजाब की जेल में वह मौज कर रहे हैं। ना मालूम क्यों पंजाब सरकार उनका पक्ष ले रही है जबकि मुख्तार के न आने से यूपी की अदालतों में लंबित कई गंभीर मामलों का ट्रायल नहीं हो रहा है।
जवाब में मुख्तार अंसारी के वकील ने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से ट्रायल कराया जा सकता है। इतने पुराने मामलों में यूपी सरकार को इतनी जल्दी क्यों है। यूपी सरकार के वकील तुषार मेहता ने कहा कि पंजाब सरकार यूपी भेजने का विरोध कर रही है। पंजाब सरकार का कहना है कि अंसारी डिप्रेशन का शिकार है और मुख्तार कहता है कि वह स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से है। तुषार मेहता ने कहा कि हकीकत यही है कि मुख्तार गैंगस्टर है और उसने पंजाब में केस के लिए जमानत इसलिए नहीं लगाई क्योंकि वह वहां की जेल में खुश है।
पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में मुख्तार अंसारी की खराब सेहत का हवाला देते हुए कहा कि वह ऐसे कठिन समय में मुख्तार को यूपी पुलिस के हवाले नहीं कर सकती है।