गाजीपुर में नहीं खुलेगा भाजपा का खाताः विजय यादव

गाजीपुर। सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख विजय यादव का दावा है कि इस बार विधानसभा चुनाव में गाजीपुर का खाता नहीं खुलेगा। गाजीपुर की सभी सात सीटें सपा-सुभासपा गठबंधन के खाते में जाएंगी।
पार्टी के प्रचार अभियान में जुटे विजय यादव ने ‘आजकल समाचार’ से बातचीत में कहा कि अपनी पक्की हार का अंदाजा भाजपा को भी हो गया है। इस बात की पुष्टि इससे भी होती है कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गाजीपुर में दो फरवरी को चुनावी सभा लगाई है जबकि 2017 के चुनाव में गाजीपुर में श्री मोदी के कार्यक्रम की जरूरत नहीं समझी गई थी। दरअसल भाजपा के लोग उन्हें अपना संकट मोचक मानते हैं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें बुलाया गया था। 2014 में तो भाजपा जैसे-तैसे जीत गई थी लेकिन 2019 में मोदी की चुनावी सभा काम नहीं आई थी और इस विधानसभा चुनाव में भी वही कहानी खुद को दोहराएगी। मोदी गाजीपुर आएंगे। चले जाएंगे और भाजपा के लिए नतीजा शून्य रहेगा।
सपा नेता ने एक सवाल पर कहा कि प्रदेश की सत्ता में भाजपा की वापसी की बात भी निरा बकवास है। अपनी इस बात को पोख्ता करने के लिए उन्होंने भाजपाइयों के ही कथन को संदर्भ बनाया। बोले कि गाजीपुर के भाजपाई अपनी पार्टी के मनीषी पं.दीनदयाल उपाध्याय के कभी के कथन को मौके-बेमौके दोहराते रहते हैं कि अगर गाजीपुर में भाजपा जीती तो पार्टी की प्रदेश में सरकार बनेगी लेकिन इन भाजपाइयों को इस बार के विधानसभा चुनाव में निराशा ही मिलने जा रही है और अपनी इस दूर्दशा के लिए खुद भाजपा के लोग जिम्मेदार हैं। उनके झूठे वादे। खोखली नीति। जनविरोधी आचरण और नफरत फैलाने की उनकी नीति का यह नतीजा है कि आमजन के चित से वह पूरी तरह उतर गए हैं। मालूम हो कि विजय यादव की पत्नी आशा यादव जिला पंचायत की चेयरमैन रह चुकी हैं।