भाजपा उम्मीदवार ने खुद का नामांकन पत्र खारिज होने पर दी चुनौती

गाजीपुर। वाकई! यकीन नहीं होता कि सरकारी पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार का अकारण पर्चा खारिज कर दिया जाए लेकिन ऐसा हुआ है। जिला पंचायत की सदर तृतीय सीट के लिए भाजपा राकेश पासवान को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित की थी। उसी बीना पर उन्होंने अपना नामांकन भी किया था मगर जांच में उसे रद कर दिया गया।
राकेश पासवान संग भाजपा के लोगों ने नामांकन पत्र रद करने का कारण जानना चाहा तब उन्हें काफी मशक्कत के बाद पता चला कि नामांकन पत्र में अंकित उनके प्रस्तावक अखिलेश कुमार का नाम निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में नहीं हैं। यह जानकारी भाजपा नेताओं को हैरान करने वाली थी। दरअसल उनके प्रस्तावक अखिलेश कुमार का नाम निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में क्रमांक 1927 पर दर्ज है। नामांकन पत्र के साथ मतदाता सूची के उस हिस्से की छाया प्रति संलग्न की गई थी। बावजूद नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया।
नामांकन पत्र के निरस्तीकरण की इस कार्यवाही को राकेश पासवान ने मय साक्ष्य चुनौती दी है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जनशिकायत पोर्टल सहित अन्य संबंधित अधिकारियों तक शिकायत की है। उनका कहना है कि यह सब जानबूझ कर किया गया है।
मजे की बात यह कि जिला पंचायत का सदर तृतीय निर्वाचन क्षेत्र में ही भाजपा के जिला महामंत्री प्रवीण सिंह बबुआ का पैतृक गांव सुभाखरपुर है। वह पार्टी के पंचायत चुनाव अभियान के जिला सह संयोजक भी हैं। बावजूद उनकी ही पार्टी उम्मीदवार का अकारण नामांकन पत्र खारिज होना राजनीतिक हलके में भी चर्चा का विषय बन गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं का तो कहना है कि राकेश पासवान की जीत पक्की थी लेकिन पार्टी जिला पंचायत का एक सदस्य फोकट में गंवा दी। वह भी तब जबकि इस बार वह जिला पंचायत पर अपना झंडा फहराने का ख्वाब देख रही है।