जेल से बाहर निकलते ही राजनीतिक संभावनाएं तलाशने में जुटे अरुण सिंह

गाजीपुर। जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन और गाजीपुर के जनाधार वाले नेताओं में शुमार अरुण सिंह शुक्रवार की शाम नैनी जेल से रिहा हो गए। चर्चा है कि वह गाजीपुर आने के बजाए अपने लिए राजनीतिक संभावनाएं तलाशने लखनऊ पहुंच गए हैं और संभव हो कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की कोशिश में हों।
हालांकि इस बाबत उनके निकटस्थ मुंह नहीं खोल रहे हैं। अलबत्ता, यह जरूर बता रहे हैं कि अरुण सिंह 18 जुलाई की सुबह देवकली ब्लॉक स्थित अपने पैतृक गांव नारी-पचदेवरा में समर्थकों, कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। मालूम हो कि करंडा ब्लॉक की पूर्व ब्लॉक प्रमुख रजावती देवी के पति अमरनाथ यादव की हत्या के मामले में वह 30 जनवरी 2016 से जेल में थे। बीते छह जुलाई को हाईकोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी मंजूर की थी।
अरुण सिंह के समर्थक, कार्यकर्ता शुरू से मानते हैं कि अमरनाथ यादव की हत्या में उनके नेता को राजनीतिक साजिश के तहत झूठा फंसाया गया। तब प्रदेश में सपा की सरकार थी। अरुण सिंह की जेल से रिहाई पर उनके समर्थक, कार्यकर्ता अति उत्साहित हैं। शनिवार को समर्थक ज्ञानेंद्र सिंह बबलू, आसिफ खां वगैरह ने एक दूसरे का मुंह मीठा कर अपनी खुशी प्रकट की। उस मौके पर ज्ञानेंद सिंह बबलू ने कहा कि अरुण सिंह की रिहाई अन्याय पर न्याय की जीत है। सपा सरकार के काल में विरोधियों ने बड़ी साजिश रची और हत्या के झूठे मामले में उन्हें जेल भेजवा दिया था।