बीएसए निलंबित, भाजपा नेता की शिकायत पर कार्रवाई!

गाजीपुर। अपने कारनामों से बराबर सुर्खियों में रहने वाले बीएसए श्रवण कुमार गुप्त को शासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर शिक्षा निदेशक (बेसिक) के लखनऊ स्थित कैंप कार्यालय निशातगंज से अटैच कर दिया है। साथ ही उनके कृत्यों की जांच के लिए आजमगढ़ मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक को अधिकृत किया है।
मालूम हो कि भाजयुमो के पूर्व प्रदेश मंत्री योगेश सिंह लखनऊ पहुंच कर बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी से मिले और बीएसए का सप्रमाण काला चिट्ठा प्रस्तुत किए। उसके कुछ ही घंटे बाद निलंबन की यह कार्रवाई हुई।
विभागीय मंत्री ने श्री सिंह की ओर से बीएसए की शिकायतों को गंभीरता से सुना। श्री सिंह ने बताया कि बीएसए के संरक्षण में किस तरह एबीएसए तथा विभागीय अन्य कर्मी शिक्षकों का शोषण कर रहे हैं। यहां तक कि नव नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराने के नाम पर भी वसूली की गई। महिला शिक्षकों से मातृत्व अवकाश की स्वीकृति के एवज में भी सुविधा शुल्क लिया जाता है। शिक्षकों के प्रशिक्षण भत्ते में घोटाला हो रहा है। यह भी बताए कि बीएसए अपने चहेतों को मलाईदार जगह पर तैनात किए हैं। देवकली और मनिहारी के एबीएसए खूब मनमानी करते हैं। शिक्षकों के आर्थिक दोहन को लेकर इनके आए दिन किस्से सामने आते रहते हैं। यह दोनों एबीएसए खुलेआम भाजपा से वैचारिक मतभेद रखते हैं। शिकायत के बावजूद बीएसए इन दोनों के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने की जरूरत नहीं समझते हैं।
विभागीय विशेष सचिव आरवी सिंह के हाथों जारी निलंबन आदेश में कमोवेश उन्हीं शिकायतों का जिक्र किया गया है। निलंबन की इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए भाजयुमो के पूर्व प्रदेश मंत्री योगेश सिंह ने बताया कि विभागीय मंत्री ने देवकली तथा मनिहारी के एबीएसए के विरुद्ध भी कार्रवाई का भरोसा दिया है।
श्रवण कुमार गुप्त को प्रदेश में योगी सरकार के गठन के कुछ ही दिन बाद तत्कालीन विभागीय मंत्री अनुपमा जायसवाल ने गाजीपुर बीएसए के पद पर तैनाती की थी।