सिपाही की मौत खुदकुशी नहीं कत्ल का मामला! प्रेमिका का भी मिला शव, ऑनर किलिंग की आशंका

गाजीपुर। खानपुर थाने के बभनौली कलॉ के रहने वाले पुलिस कांस्टेबल अजय यादव (25) की मौत के मामले में मंगलवार की दोपहर एक नया ट्विस्ट आ गया। उसकी प्रेमिका सोनाली उर्फ सानिया (24) का भी शव उसके घर इचवल के कैंपस में मिला। उसकी भी मौत सिर में गोली लगने से हुई थी। उसके घर के पास ही कांस्टेबल का चप्पल मिला था। इस सबसे लगभग साफ लग रहा है कि इन दोनों की मौत उनकी बेपनाह मुहब्बत का खौफनाक नतीजा है और यह ऑनर किलिंग का मामला है। पुलिस सोनाली के पिता राजेश सिंह तथा भाई सहित परिवार के लगभग सभी सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
अजय यादव अपने घर बभनौली कलॉ पर था। सोमवार की भोर में करीब साढ़े चार बजे उसके फोन पर कॉल आई। वह घरवालों को बताए बगैर घर से निकला था। कुछ ही घंटे बाद घरवालों को सूचना मिली थी कि वह रामपुर पानी टंकी के पास खेत में लहूलुहान पड़ा है। उसके भी सिर में गोली लगी थी। बीएचयू ट्रामा सेंटर उसे भेजा गया। जहां उसकी मौत हो गई थी। मौके पर दो पिस्तौल भी मिली थी। उसके पैरों में चप्पल नहीं थे। कहा जा रहा है कि अजय के फोन पर जो कॉल आई थी वह सोनाली के ही फोन नंबर से की गई थी। वह कॉल सोनाली ने खुद की थी कि उससे कराई गई या फिर उसके फोन से कॉल कर किसी और ने अजय को घर से बुलाया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हुआ है।
सोनाली का शव मिलने के बाद पुलिस कप्तान डॉ. ओपी सिंह, एएसपी सिटी गोपीनाथ सैनी मय फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचे थे। पुलिस कप्तान ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि इस डबल मर्डर का राजफाश शीघ्र ही कर दिया जाएगा।
मोबाइल फोन और चप्पल से जुड़ी कड़ी
कांस्टेबल अजय यादव की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस को उसके परिवारीजनों और मोबाइल फोन से सुराग मिला कि उसके संबंध बगल के गांव इचवल की युवती सोनाली से था। तब पुलिस सोनाली के परिवार को संदिग्ध मानी और उसी दिशा में अपनी तफ्तीश आगे बढ़ाई तो उनके घर के बाहर बाड़े में सोनाली का शव भी मिल गया। शव के पास ही अजय के चप्पल भी पड़े थे। अजय के फोन में सोनाली के नंबर से व्हाट्सअप चैट डिटेल में सोनाली का आखिरी मैसेज था-`तत्काल मिलने आओ नहीं तो हम मर जाएंगे`। वह मैसेज भोर में तीन बजे आया था। यही नहीं बल्कि सोनाली के इकलौते भाई दीपक सिंह उर्फ गोलू का भी पहले का मैसेज भी था, जिसमें अजय को सोनाली से संबंध तोड़ने को कहा गया था।
शरीर पर लाठी-डंडे के भी थे निशान
सोनाली के सिर में भी दो गोली लगी थी। उसके शरीर पर लाठी-डंडे के चोट के भी निशान थे। इससे स्पष्ट है कि गोली मारने से पहले उसकी लाठी-डंडे से बर्बर पिटाई हुई थी। सोनाली साल 2016-17 में बीटीसी की थी। मजे की बात कि सोनाली की हत्या के बाद घरवालों की ओर से खानपुर थाने में ऑनलाइन उसकी गुमशुदगी की एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। हैरानी नहीं कि खुद को बचने की गरज में पुलिस को गुमराह करने की उनकी वह कवायद थी।
2018 में दोनों ने की थी कोर्ट मैरेज
अजय यादव व सोनाली 2017 में ही रिलेशनशिप में आए थे और 2018 में कोर्ट मैरेज भी कर लिए थे। इसकी जानकारी दोनों परिवारों को थी। उसी साल अजय यूपी पुलिस में भर्ती हुआ था और इन दिनों अमेठी जिले के गौरीगंज कोतवाली में तैनात थे। अपनी चचेरी बहन के मांगलिक कार्यक्रम के लिए 15 दिन की छुट्टी पर बीते 14 फरवरी को घर लौटा था।
भाई-बहनों में सोनाली बड़ी और अजय सबसे छोटा था
सोनाली के पिता राजेश सिंह किसान हैं और उनकी कुल तीन संतानों में सोनाली सबसे बड़ी थी जबकि अजय यादव के पिता रामप्रताप यादव सीआरपीएफ में हैं। अजय से बड़ी चार बहने हैं। उनकी शादी भी हो चुकी है। अजय अपने मां-पिता का इकलौता पुत्र था।
अमेठी पुलिस भी थी पहुंची
कांस्टेबल अजय यादव की मौत की सूचना पर अमेठी पुलिस की टीम भी उसके घर पहुंची थी। उसमें शामिल पुलिस कर्मियों ने बताया कि अजय यादव सहकर्मियों से भी अपनी प्रेम कहानी शेयर किया था।
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