अपने अधिकारी के निलंबन पर बिफरे रेल कर्मी, सिटी स्टेशन की घंटों बंद रही टिकट खिड़की

गाजीपुर। सिटी रेलवे स्टेशन के वाणिज्य कर्मी अपने अधीक्षक के निलंबन की कार्रवाई के विरोध में बुधवार की सुबह कामकाज बंद कर दिए। टिकट खिड़की घंटों बंद रखे। उसका खामियाजा टिकट लेने पहुंचे यात्रियों को भुगतना पड़ा। बात मंडल मुख्यालय वाराणसी तक पहुंची और वहां से सहायक मंडल वाणिज्य अधीक्षक (एसीएम) अजय कुमार सुमन और आरपीएफ सहायक कमांडेंट मनोज कुमार गौतम आ धमके।
दरअसल कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत उन्हीं यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए प्लेटफार्म पर जाने की इजाजत दी जा रही है जिनके टिकट कंर्फम हैं। मंगलवार को गाजीपुर-बांद्रा टर्मिनस प्लेटफार्म पर लगी थी। उसी क्रम में यह मामला सामने आया कि गाजीपुर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस के एसी थ्री टायर में तीन यात्रियों को एक ही पीएनआर नंबर पर तत्काल काउंटर टिकट उपलब्ध कराया गया है। एक टिकट की मूल प्रति जबकि दो यात्रियों के पास उसकी छाया प्रति थी।
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गेट पर कंर्फम टिकट चेक कर रहे टीसी ने छाया प्रति वाले टिकटधारी यात्रियों को रोक दिया। दोनों यात्री तेज स्वर में एतराज जताना शुरू कर दिए। उसी बीच टिकट की मूल प्रति वाला यात्री भी मौके पर पहुंच गया। तब मामले में गड़बड़झाला की आशंका में आरपीएफ इंस्पेक्टर उदयराज तीनों यात्रियों से कड़ाई से पूछताछ शुरू की। उसके बाद टिकटों के फर्जीवाड़े की भी परतें खुलने के साथ ही उसमें वाणिज्य कर्मियों की संदिग्धता भी उजागर हुई। आखिर में टिकट की छाया प्रति वाले यात्रियों को चालान कर वाराणसी भेज दिया गया। पूरा मामला संज्ञान में आने के बाद मंडल के अधिकारियों ने फोन पर ही वाणिज्य अधीक्षक केशव प्रसाद को निलंबन का फरमान जारी कर दिया। उधर गाजीपुर आने पर आरपीएफ के सहायक कमांडेंट ने अपने इंस्पेक्टर की पीठ थपथपाई।