गंगा में प्रवाहित विवाहिता के शव को ढूंढ कर निकाली पुलिस, होगा पोस्टमार्टम

भांवरकोल (गाजीपुर)। एक टेलीफोनिक सूचना मंगलवार की सुबह पुलिस की खासी मशक्कत करा दी। गंगा में प्रवाहित विवाहिता का शव ढूंढकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजना पड़ा। वाकया मंगलवार की सुबह का है।
मलसा गांव में विवाहिता वीभा दूबे (20) पत्नी नीरज दूबे की सोमवार की रात करीब दस बजे मौत हो गई थी। ससुरालीजन सुबह शव श्मशान घाट सुल्तानपुर लाए और उसे गंगा में प्रवाहित कर दिए। उसके बाद वीभा के मामा ने पीआरवी-112 और एसओ भांवरकोल शैलेश मिश्र को फोन कर सूचना दी कि उसकी भांजी की हत्या कर शव को गंगा में फेंक दिया गया है। इस सूचना के बाद एसओ भांवरकोल हरकत में आ गए। श्मशान घाट के पास गोताखोरों के जरिए शव की तलाश शुरू कराए। घंटों की मेहनत के बाद भी गोताखोर नाकाम रहे। तब भांवरकोल थाने के नायब दारोगा रतन कुमार सिंह अपनी वर्दी उतार खुद गंगा में उतरे। उनकी मेहनत का नतीजा मिला। शव बाहर निकाला गया।
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एसओ भांवरकोल ने विवाहिता के ससुरालियों के हवाले से बताया कि उसकी मौत घर की छत पर बिस्तर पहुंचा कर उतरते वक्त सीढ़ी से गिरने के कारण हुई थी। उधर विवाहिता के पिता सूर्यप्रकाश तिवारी ने भी अपनी तहरीर में बेटी वीभा की मौत को हादसा बताया है मगर उसके मामा ने हत्या का आरोप लगाया। लिहाजा शव को तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव की मौजूदगी में पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
विवाहिता का मायका गांव सोनाड़ी था। उसकी शादी करीब एक साल पहले हुई थी। पति नीरज पॉलीटेक्निक की पढ़ाई कर रहा है।