अप्राकृतिक यौन शोषण में हुई थी पूर्व कार्यवाहक प्रधान की हत्या

बहरियाबाद (गाजीपुर)। चकफरीद गांव के पुर्व कार्यवाहक प्रधान नूर मुहम्मद (53) की हत्या का राज खुल गया। यह हत्या अप्राकृतिक यौन शोषण का नतीजा है। इसे अंजाम दिया गांव के ही एक किशोर ने। पुलिस उसे मय आला कत्ल गिरफ्तार कर ली है।
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हालांकि सीओ सैदपुर महिपाल पाठक ने इस मामले में फिलहाल कुछ भी बताने से साफ इन्कार किया लेकिन कुरेदने पर बस इतना ही कहा कि पुलिस नतीजे तक लगभग पहुंच चुकी है। संभव है कि आठ सितंबर तक पूरी केस खोल दी जाए लेकिन पुलिस सूत्रों ने बताया कि कथित हत्यारे किशोर को हिरासत में ले लिया गया है और उसने अपना जुर्म भी कबूल लिया है। पूछताछ में उसने बताया है कि नूर मुहम्मद उसके साथ जबरिया अप्राकृतिक दुष्कर्म करता था। उसकी इस हरकत से वह आजिज आ गया था। रविवार को तड़के फिर फोन कर वह उसे बुलाया। तब वह बिना लाठी बल्लम लेकर मौके पर पहुंचा और उसके पेट में ताबड़तोड़ प्रहार कर वहां से चलता बना था। उस हमले से नूर मुहम्मद का शरीर कुछ ही देर में ठंड़ा पड़ गया था। सूत्रों ने बताया कि बल्लम के प्रहार से नूर मुहम्मद का गुर्दा व छोटी आंत क्षतिग्रस्त हो गई थी और मौत का कारण भी यही बना। यह तथ्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है।

कथित हत्यारा किशोर इंटर का छात्र बताया गया है और वह बहरियाबाद बाजार में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान में काम भी करता है। हत्या में प्रयुक्त बल्लम भी वह उसी दुकान से लेकर मौके पर पहुंचा था। हत्या के बाद उसे दुकान में ही ले जाकर रख दिया था। मालूम हो कि नूर मुहम्मद की लाश उनके घर से करीब आधा किलोमीटर दूर कब्रिस्तान के पास भिटे पर औंधे मुंह पड़ी थी। उनकी पत्नी आशमा ने बताया था कि नूर मुहम्मद रोज की तरह भोर में उठकर टहलने के लिए घर से निकले थे। इस सिलसिले में उनके बड़े भाई पीर मुहम्मद ने अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी। नूर मुहम्मद अपनी ग्राम पंचायत में सन् 1995 में सदस्य चुने गए थे। चुनाव के करीब एक साल बाद ही महिला ग्राम प्रधान का निधन हो गया था। उसके बाद कुछ माह के लिए नूर मुहम्मद कार्यवाहक प्रधान बनाए गए थे।