वाकई! ब्लॉक प्रमुखों ने कराया पुलिस कप्तान का तबादला

गाजीपुर। क्या पुलिस कप्तान रामबदन सिंह का तबादले के पीछे ब्लॉक प्रमुख हैं। भले पुलिस महकमा इसे शासन का रुटीन बता रहा है मगर ब्लॉक प्रमुख संघ का तो दावा यही है कि रामबदन सिंह का तबादला उनकी शिकायत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
ब्लॉक प्रमुख संघ के अध्यक्ष और मुहम्मदाबाद ब्लॉक प्रमुख अवधेश राय के मुताबिक पुलिस कप्तान रामबदन सिंह के विरुद्ध 30 जून को मुख्यमंत्री से संयुक्त हस्ताक्षर के साथ लिखित शिकायत की गई। उन्हें बताया गया कि गाजीपुर के सभी ब्लॉक प्रमुख अपने इलाकाई थानों में व्याप्त भ्रष्टाचार और कदाचार से आजिज आ चुके हैं। इस सिलसिले में 27 जून को सदर ब्लॉक मुख्यालय परिसर में संगठन की बैठक हुई और उसके बाद फोन कर पुलिस कप्तान से मिलने का वक्त मांगा गया। तय वक्त पर संघ के सभी पदाधिकारी पुलिस कप्तान रामबदन सिंह से मिलने पहुंचे मगर वह जनाब उनकी कुछ सुनने के बजाय उल्टे ब्लॉक प्रमुखों को ही अपमानित करने लगे। उसके लिए ब्लॉक प्रमुखों ने आपत्ति की तो वह और उखड़ गए।
अवधेश राय के अनुसार मुख्यमंत्री को यह भी बताया गया कि गाजीपुर के लगभग सभी ब्लॉक प्रमुख भाजपा के लिए समर्पित हैं और एमएलसी चुनाव अभियान में भाजपा उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी भी किए। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी सभी ब्लॉक प्रमुख भाजपा के पक्ष में लगेंगे।
ब्लॉक प्रमुखों ने शिकायत पत्र में मुख्यमंत्री से गुजारिश की थी कि वह उनकी भावनाओं को संज्ञान में लेते हुए पुलिस कप्तान रामबदन सिंह के विरुद्ध उचित कार्रवाई करें।
ब्लॉक प्रमुख संघ के अध्यक्ष का दावा है कि उसके बाद ही जब प्रदेश के आईपीएस अधिकारियों के तबादले की सूची बनी तो उसमें मुख्यमंत्री ने गाजीपुर के ब्लॉक प्रमुखों की भावनाओं को ध्यान में रख कर गाजीपुर के पुलिस कप्तान रामबदन सिंह का नाम भी जोड़वा दिया। बल्कि मुख्यमंत्री ने रामबदन सिंह की कप्तानी छीनकर उन्हें मातहती करने के लिए कमिश्नरेट में भेज दिया है। इसके लिए गाजीपुर के ब्लॉक प्रमुखगण मुख्यमंत्री के शुक्रगुजार हैं।
मालूम हो कि पुलिस कप्तान रामबदन सिंह का तबादला गौतमबुद्ध नगर के कमिश्नरेट में उपायुक्त पद पर हुआ है और इनकी जगह कासगंज के पुलिस कप्तान रोहन पी बोत्रे की तैनाती हुई है।