छेड़खानी के विरोध पर अधेड़ का कत्ल, एसएचओ और एसआई सस्पेंड !

गाजीपुर। छेड़खानी के विरोध पर दबंगों ने अधेड़ कैलाश यादव (58) का सरे राह कत्ल कर दिया। घटना शादियाबाद थाने के भदौरा उर्फ घिनहा गांव में मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे हुई। पुलिस कप्तान रामबदन सिंह ने इस मामले में एसएचओ शादियाबाद राजेश कुमार मौर्य तथा हलका नायब दारोगा यज्ञ नारायण की घोर लापरवाही मानते हुए उनके निलंबन की इजाजत निर्वाचन आयोग से मांगी है। कत्ल के मामले में गांव के ही छह लोगों को नामजद किया गया है। उनमें पिता तथा दो पुत्र भी शामिल हैं।
कैलाश यादव गांव के ही साथी चंद्रदेव यादव (60) संग अपना खेत देखकर लौट रहे थे। उसी बीच लाठी-डंडे से लैस हमलावर उन्हें घेर लिए और उन पर पिल पड़े। चंद्रदेव ने बीच-बचाव की कोशिश की तो हमलावर उन पर भी जख्मी कर मौके से भाग गए। सीओ भुड़कुड़ा गौरव सिंह ने रात करीब नौ बजे बताया कि फरार अभियुक्तों के संभावित ठिकानों पर दबिश डाली जा रही है। वह शीघ्र ही गिरफ्त में होंगे।
मौके पर पहुंचे पुलिस कप्तान को मृत कैलाश के भतीजे संतोष यादव ने बताया कि परिवार की लड़की के साथ कुछ दिनों पहले गांव के ही युवक अंकुर यादव ने छेड़छाड़ की कोशिश की थी। इसकी शिकायत थाने पर की गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उससे युवक का साहस और बढ़ गया और वह अपने भाई प्रिंस यादव तथा साथियों संग उनके परिवार को डराने-धमकाने लगा। उसकी भी शिकायत की गई लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। बल्कि सोमवार को वह सब उनके दरवाजे पर चढ़ आए। उस वाकये की भी शिकायत पुलिस तक पहुंचाई गई और इसकी परिणति कैलाश यादव के कत्ल के रूप में हुई। कैलाश यादव के तीन पुत्र अरविंद, अनिल तथा सुनील अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते हैं।
इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने शादियाबाद-भितरी मार्ग पर कैलाश का शव रखकर रास्ता जाम कर दिया। उनका कहना था कि इसके लिए पुलिस की लापरवाही जिम्मेदार है। पुलिस कप्तान ने मौके पर ही एसएचओ शादियाबाद तथा हलके के नायब दारोगा को निलंबित करने का एलान करते हुए कहा कि चुनाव आचार संहिता के कारण इस कार्रवाई के लिए उन्हें आयोग से इजाजत लेनी पड़ेगी। कुछ देर बाद रास्ताजाम खत्म हुआ।