पूरी पैतृक संपत्ति हड़पने के लिए ही छोटे भाई को उतारा था मौत के घाट

गाजीपुर। नोनहरा पुलिस ने बंवाड़े गांव के भाईहंता मोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसने अपना जुर्म भी कबूल लिया। पूरी पैतृक संपत्ति हड़पने की गरज में उसने अपने छोटे भाई गुप्तेश्वर सिंह मुन्ना (45) को मौत के घाट उतारा था। उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त बांका भी बरामद हो गया है।
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पुलिस कप्तान डॉ.ओमप्रकाश सिंह ने हत्याभियुक्त को रविवार की दोपहर मीडिया के सामने पेश किया। बताए कि उसकी गिरफ्तारी शनिवार की दोपहर कासिमाबाद–मुहम्मदाबाद रोड स्थित कादीपुर पेट्रोल पंप के पास हुई। पूछताछ में उसने बताया कि वह पुराना पैतृक मकान बेचना चाहता था लेकिन उसका भाई मुन्ना उसे बेचने नहीं दे रहा था। मुन्ना की केवल चार पुत्रियां हैं। उसकी निगाह मुन्ना की अन्य संपत्ति पर भी थी। इसी लिए उसने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया। उसके बाद वह 12 दिसंबर को घर लौटा। संपत्ति के बंटवारे को लेकर मुन्ना से उसका झगड़ा हुआ। फिर वह चला गया। फिर अगले दिन रात को लौटा और बांके का प्रहार कर मुन्ना को मौत की नींद सुलाकर चलता बना था। शुक्रवार की शाम जब उनके घर के अंदर से दुर्गंध उठनी शुरू हुई तब मुन्ना की हत्या का पता चला।
पुलिस कप्तान ने बताया कि मोहन सिंह शुरू से अपराधी प्रवृत्ति का रहा है। उसके विरुद्ध सन् 1976 में नोनहरा थाने में ही धारधार हथियार से किसी अन्य पर हमला करने का मामला दर्ज हुआ था। फिर दिल्ली रेलवे स्टेशन पर चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। मुन्ना सिंह गाजीपुर-वाराणसी राजमार्ग पर निजी बस का चालक था।