सरकारी टेंडर फर्जीवाड़ा: पुलिस पर FIR हटाने का ‘भारी दबाव’ लेकिन खाकी टस से मस नहीं, जाँच जारी

गाज़ीपुर/लखनऊ : सरकारी आउटसोर्सिंग टेंडर प्रक्रिया में फर्जी दस्तावेज़ों के इस्तेमाल के आरोप में सात निजी फर्मों के खिलाफ दर्ज FIR के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिन सात फर्मों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है, वे अपने खिलाफ लगी FIR को निरस्त (ख़त्म) कराने के लिए पुलिस पर हर संभव दबाव डाल रही हैं।
दबाव में नहीं आ रही गाज़ीपुर पुलिस –
उच्च पुलिस सूत्रों ने बताया कि FIR के बाद से ही नामजद कंपनियों के प्रतिनिधियों और उनके प्रभाव वाले लोगों द्वारा पुलिस पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। उनका लक्ष्य है कि किसी भी तरह से FIR को ‘अंतिम रिपोर्ट (Final Report – FR)' में बदलकर मामले को रफा-दफा कर दिया जाए।
हालाँकि, गाज़ीपुर की पुलिस और जाँच अधिकारी इस मामले में कड़ा रुख अपनाए हुए हैं। पुलिस सूत्रों ने साफ़ किया है कि वे किसी भी दबाव में नहीं आएँगे और न ही इन कंपनियों के पक्ष में कोई अंतिम रिपोर्ट (FR) लगाने के लिए तैयार हैं।
फर्जीवाड़े की विवेचना जारी –
खंड शिक्षा अधिकारी, नगर क्षेत्र, गाज़ीपुर की तहरीर पर 25 फरवरी 2025 को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की गंभीर धाराओं (318(4), 338, 336(3), 340(2)) के तहत यह FIR दर्ज हुई थी।
पुलिस का कहना है कि यह मामला वित्तीय अपराध और जालसाजी से जुड़ा है, जहाँ 50 लाख रुपये से अधिक के टर्नओवर की शर्त पूरी करने के लिए कंपनियों ने फ़र्ज़ी बैंक सत्यापन रिपोर्ट और कूटरचित दस्तावेज़ों का इस्तेमाल किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया, “विवेचना अभी भी चल रही है। सभी फ़र्ज़ी दस्तावेज़ों और बैंक सत्यापन रिपोर्टों की गहन जाँच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय होगी। जब तक फर्जीवाड़े के साक्ष्य मौजूद हैं, पुलिस किसी के दबाव में नहीं झुकेगी।”
फिलहाल, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में इन फर्मों के अलावा किसी सरकारी अधिकारी या अन्य व्यक्ति की संलिप्तता तो नहीं है।
ये हैं FIR में नामजद सात प्रमुख फर्म –
- Almadina Foundation
- AS INFRATECH LUCKNOW
- BIGZIA MANAGEMENT PVT LTD
- SHREE HARIOM INFOTECH
- PRITHVI PROTECTIVE SERVICES PVT LTD
- UP INDUSTRIAL CUNSULTANTS LIMITED
- VANSHIKA HR SERVICE LUCKNOW