सपा: पहले कतरे गए थे और अब ऊपर से थोपे गए विशाल मद्धेशिया

गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के प्रकोष्ठों में कब किसी का पद ऊपर से छिन जाए और कब पद मिल जाएगा, यह तय नहीं रहता। कम से कम गाजीपुर में तो यही स्थिति है।
व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष विधायक संजय गर्ग की ओर से प्रदेश के जिला, महानगर तथा नगर इकाइयों के कुल 81 अध्यक्षों की सोमवार को जारी सूची में गाजीपुर के जिलाध्यक्ष के लिए विशाल मद्धेशिया का नाम शामिल है। इनकी यह नियुक्ति राजकुमार गुप्त की जगह हुई है। राजकुमार गुप्त को व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने दी थी लेकिन अब जबकि व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष ने विशाल मद्धेशिया को जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया है तो जाहिर है कि राजकुमार गुप्त एक समान्य कार्यकर्ता की हैसियत में आ गए हैं।
मालूम हो कि एक बार विशाल मद्धेशिया भी इसी तरह समान्य कार्यकर्ता की हैसियत में ला दिए गए थे। बात उन दिनों की है जब पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटन राम थे। उन्होंने विशाल मद्धेशिया को पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के गाजीपुर जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्हें वह पद पार्टी के वरिष्ठ नेता जैकिशुन साहू की पैरवी पर मिला था लेकिन कुछ ही दिन बाद श्री चौधरी ने उनको पदच्युत कर दिया था और वह पद सत्यनारायण चौहान बबलू को सौंप दिया था।
व्यापार सभा में पार्टी जिलाध्यक्ष रामधारी यादव की पसंद को खारिज किया जाना आम कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय बना हुआ है। बहुतेरे कार्यकर्ता विशाल मद्धेशिया को ऊपर से थोपा गया बता रहे हैं। इस सिलसिले में पार्टी जिलाध्यक्ष रामधारी यादव से चर्चा की गई तो उन्होंने इस स्थिति के लिए राजकुमार गुप्त को ही जिम्मेदार बताया। कहे कि राजकुमार गुप्त से कई बार कहा गया कि वह अपनी कार्यकारिणी का गठन करें लेकिन वह कुछ नहीं किए। हालांकि श्री यादव ने अपनी बात में यह भी जोड़ा कि व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग हैं और अपने संगठन के जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति उनके अधिकार क्षेत्र का विषय है।