मुख्तार अंसारी को पंजाब जेल से लाने के लिए योगी सरकार पहुंची सुप्रीम कोर्ट

गाजीपुर। योगी सरकार पंजाब के रोपड़ जेल से मुख्तार अंसारी को किसी भी दशा में लाना चाहती है। इसके लिए वह सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है।
पंजाब पुलिस अपने यहां दर्ज एक रंगदारी के मामले में लोकसभा 2019 के चुनाव से पहले मुख्तार को बांदा जेल से ले गई थी। तब से वह वहीं रोपड़ जेल में निरुद्ध हैं जबकि इसी बीच गाजीपुर के मुहम्मदाबाद कोतवाली में दर्ज एक मामले में प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट, आजमगढ़ में दर्ज एक अन्य मामले में वहां की सेशन कोर्ट से मुख्तार को पेश करने के लिए कई बार नोटिस जारी हुई। वह नोटिस लेकर गाजीपुर और आजमगढ़ की पुलिस अलग-अलग तिथियों में रोपड़ जेल गई मगर हर बार रोपड़ जेल प्रशासन ने मुख्तार को उनकी बिगड़ी तबीयत का हवाला देकर सौंपने से साफ मना कर दिया। बल्कि अपनी बात की पुष्टि में मुख्तार की मेडिकल रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया।
जाहिर है कि इस मामले में योगी सरकार रोपड़ जेल प्रशासन के उस इन्कार के पीछे मुख्तार अंसारी से मिलीभगत मानती है और उसी सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार की याचिका स्वीकार करते हुए रोपड़ जेल अधीक्षक को बीते 18 दिसंबर को नोटिस जारी की। उस नोटिस को रोपड़ जेल अधीक्षक को हाथों हाथ प्राप्त कराने के लिए गाजीपुर पुलिस के सब इंस्पेक्टरों की दो सदस्यीय टीम रवाना की गई है। टीम पहले दिल्ली पहुंच कर योगी सरकार की वकील गरिमा प्रसाद से वह नोटिस प्राप्त करेगी। फिर उसे लेकर रोपड़ जाएगी और वहां के जेल अधीक्षक को तामिल कराएगी।
मालूम हो कि `आजकल समाचार` से बातचीत में डीआईजी आजमगढ़ सुभाष दूबे ने बहुत पहले ही यह संकेत दे दिया था कि मुख्तार अंसारी को रोपड़ जेल से लाकर कोर्ट में पेश करने के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।