बेकाबू ट्रक ने गंगा स्नानार्थी महिलाओं को रौंदा, तीन की मौत

ग़ाज़ीपुर। गिट्टी लदा ट्रक बेकाबू होकर मौत का मंजर बना दिया। घटना जमानियां कोतवाली क्षेत्र के ताजपुर मंझरिया गांव के पास हाइवे पर शुक्रवार को तड़के हुई। किशोरी सहित तीन महिलाएं मौत के मुंह में समा गईं जबकि पांच घायल हो गईं। इस दर्दनाक घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने उनके शव के साथ मौके पर रास्ता जाम कर दिया। एसडीएम जमानियां सहित पुलिस अधिकारियों के समझाने पर वह शांत हुए। जाम के चलते हाइवे के दोनों ओर भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। पुलिस मय चालक ट्रक को कब्जे ले ली है। घायल महिलाओं की हालत खतरे से बाहर है।
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सुबह करीब पांच बजे मंझरियां गांव की महिलाओं का एक समूह मलमास माह के अंतिम दिन गंगा स्नान को जा रहा था जबकि कुछ शौच के लिए निकली थीं। वह हाइवे के बांए किनारे से गुजर रहीं थीं। उसी बीच जमानियां की ओर से तेज रफ्तार ट्रक मौत बनकर आ गया और उन्हें रौंदते हुए कुछ आगे जाकर रुक गया। रौंदी गईं महिलाओं की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच कर जख्मी महिलाओं को सीएचसी जमानियां भेजवाया जबकि दो महिलाएं ज्योतिया देवी (59) पत्नी स्व.चौथी यादव तथा किशोरी किरण यादव (15) पुत्री स्व. श्यामसुंदर यादव की मौत हो चुकी थी। उधर सीएचसी जमानियां से जिला अस्पताल ले जाते वक्त मीरा देवी (59) पत्नी वकील यादव का रास्ते में दम टूट गया। घायलों में अंजली (13) पुत्री संजय यादव तथा राधिका देवी पत्नी लक्ष्मी यादव का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। इनके अलावा कुमारी मौसम (10) पुत्री संतोष यादव तथा भागमनी देवी (58) पत्नी उदय नारायण यादव को मरहम पट्टी के बाद छोड़ दिया गया।
जमानियां कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने बताया कि ट्रक का मालिक मीरजापुर का है। ट्रक गिट्टी लेकर कासिमाबाद के लिए चला था। ट्रक चालक संतोष भी मीरजापुर का रहने वाला है।
मंझरियां की ग्राम प्रधान संतोषी देवी के प्रतिनिधि नंदलाल कुशवाहा ने बताया कि मौके पर पहुंचे एसडीएम सत्यप्रिय सिंह को उनकी ओर से ज्ञापन सौंप कर मृतक महिलाओं के परिवारीजनों को 20 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने, किसी एक को सरकारी नौकरी के साथ ही आवासीय भूखंड, निर्मित आवास उपलब्ध कराने के साथ ही हाइवे पर ओवरलोड भारी वाहनों का परिचालन रोकने, स्पीड ब्रेकर का निर्माण सहित भारी वाहनों के आवागमन सुबह तीन से छह और शाम पांच से रात नौ बजे तक बंद रखने की मांग की गई।