पेट्रोल पंप पर गोली मारकर हत्या, घटना सैदपुर के देवचंदपुर की

गाजीपुर। सैदपुर थाने के देवचंदपुर गांव में पेट्रोल पंप पर चली गोली में उसी गांव के त्रिभुवन सिंह (51) की मौत हो गई जबकि उनके सगे चचेरे भाई शिवमूरत सिंह (45) जख्मी हो गए। यह दुस्साहसिक घटना बुधवार की रात करीब 11 बजे हुई। उसी गांव के कुख्यात अपराधी कर्मवीर सिंह उर्फ सन्नी और उसके साथियों ने इस घटना को अंजाम दिया। इस सिलसिले में पेट्रोल पंप के मालिक के छोटे भाई अजय कुमार पांडेय ने एफआईआर दर्ज कराई है। उसमें सन्नी के अलावा गांव के ही ढोलक सिंह नामजद है और दस अज्ञात बताए गए हैं। घटनास्थल का पुलिस कप्तान ओमप्रकाश सिंह ने जायजा लिया। जिला मुख्यालय पर लौटकर बताए कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीम बनाई गई है। एहियातन देवचंदपुर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
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पुलिस कप्तान ने घटना के चश्मदीद अजय कुमार पांडेय के हवाले से बताया कि सन्नी अपने साथियों के साथ पेट्रोल पंप पर पहुंचा। पहले उन लोगों ने अपनी दोनों गाड़ियों में तेल भरवाया। फिर उसे पुराने बकाए के लिए टोका गया तो उलझ गया और फायर कर दिया। जवाब में पंप पर मौजूद लोगों ने भी लाइसेंसी असलहे से गोली चलाई लेकिन सन्नी और उसके साथी मौके से भाग गए। गोली से घायल त्रिभुवन तथा उनके चचेरे भाई शिवमूरत को वाराणसी भेजा गया जहां त्रिभुवन का दम टूट गया। शिवमूरत का इलाज चल रहा है। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। वह उस पेट्रोल पंप पर सुरक्षा गार्ड हैं।
…तब सन्नी सिंह ने बाप के अपमान का लिया बदला!
त्रिभुवन सिंह की हत्या का कारण भले मौके पर फौरी विवाद बताया जा रहा हो लेकिन देवचंदपुर के लोग इसे इंतकाम भी मान रहे हैं। त्रिभुवन सिंह ने कुछ साल पहले एक शादी समारोह में कर्मवीर सिंह उर्फ सन्नी के पिता नगीना सिंह को सरेआम कई थप्पड़ जड़ दिए थे। पिता का वह अपमान सन्नी भूला नहीं और उसका बदला लेने के लिए मौके की ताक में था। शायद यही वजह रही कि वह अपना गैंग लेकर पूरी तैयारी के साथ पेट्रोल पंप पर पहुंचा था। सन्नी के पिता की छवि भी साफ सुथरी नहीं है। त्रिभुवन के बड़े पिता की हत्या में नगीना की अहम भूमिका की बात आई थी।
पूर्व विधायक हत्याकांड से सुर्खियों में आया था सन्नी सिंह
देवचंदपुर का कुख्यात कर्मवीर सिंह उर्फ सन्नी का नाम अंडरवर्ल्ड में तब आया जब सपा के पूर्व विधायक बीजू पटनायक सोनकर की देवचंदपुर में ही हत्या हुई। हत्या 12 दिसंबर 2007 को सरेशाम हुई थी। उस वक्त पूर्व विधायक खेत में प्याज की नर्सरी डलवा रहे थे। उस मामले में 13 जुलाई 2013 को कोर्ट का फैसला आया। सन्नी साफ बच गया जबकि उसमें शामिल उसके साथी देवचंदपुर निवासी धामा गोंड तथा करंडा थाने के लक्ष्णपुर के प्रशांत सिंह उर्फ बंटी को उम्र कैद की सजा हुई। सन्नी कुछ ही दिन पहले देवचंदपुर में स्थित बियर की दुकान में घुसकर तोड़फोड़ किया था। उसके साथी ढोलक सिंह ने भी कुछ साल पहले गांव के ही एक व्यक्ति को गोली मारी थी।