पति और बेटों संग दहेज उत्पीड़न में फंसी भाजपा की पूर्व एमएलसी वीणा पांडेय

गाजीपुर। योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिशन शक्ति चला रही है। वहीं भाजपा के लोग ‘शक्ति’ के अपमान, उत्पीड़न के कृत्य में लिप्त हो गए हैं। वाराणसी से एक ऐसी ही खबर मिली है। इसको लेकर गाजीपुर में भी तीखी प्रतिक्रिया हो रही है।
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खबर है कि पार्टी की पूर्व एमएलसी वीणा पांडेय और उनके पति डॉ. आद्या प्रसाद पांडेय सहित उनके दोनों बेटे डॉ. शिवेश पांडेय व डॉ. नीलेश पांडेय के विरुद्ध उनकी बहू नेहा पांडेय ने वाराणसी के लंका थाने में दहेज उत्पीड़न, मारपीट व अपमानित करने का मामला दर्ज कराई है। नेहा वीणा पांडेय के बड़े बेटे डॉ. शिवेश पांडेय से व्याही हैं। वीणा पांडेय के पति डॉ. आद्या प्रसाद पांडेय मणिपुर यूनिवर्सिटी के वॉइसचांसलर हैं।
नेहा का आरोप है कि वह ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ना से आजिज आकर अपने मायके चली गई थी। कई महीने बाद बीते रविवार को वह ससुराल पहुंची लेकिन उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया गया। वह दो दिनों तक दरवाजे पर बैठी रही। बावजूद उनकी एक नहीं सुनी गई।
मालूम हो कि वीणा पांडेय बीएचयू छात्रसंघ की उपाध्यक्ष भी रही हैं। गाजीपुर में भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के कार्यक्रमों में वह आती भी रही हैं। जाहिर है कि अब उनका दहेज लोभी चेहरा सामने आने पर गाजीपुर के राजनीतिक हलके में खासकर समाजवादी पार्टी के लोग वीणा पांडेय के बहाने भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। पार्टी के नेता डॉ. समीर सिंह का कहना है कि भाजपा का असल चेहरा यही है। कथनी नैतिकता, शुचिता और मर्यादित की होती है मगर व्यवहार में उसके नेताओं का सबकुछ उलट होता है। पूर्व एमएलसी वीणा पांडेय इसका ताजा उदाहरण हैं।