जिसे गोद में खिलाना था, उसी ने ज़िंदगी रौंद डाली – पिता की हैवानियत ने मासूमियत को कुचल दिया!

गाजीपुर : जनपद के भांवरकोल थाना क्षेत्र से रिश्तों को कलंकित कर देने वाली एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पिता ने अपनी ही पांच वर्षीय मासूम बेटी के साथ दुराचार कर न सिर्फ मानवता को शर्मसार किया, बल्कि एक पवित्र रिश्ते को भी हैवानियत से लहूलुहान कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पीड़िता की मां की तहरीर पर भांवरकोल पुलिस ने आरोपी पिता के विरुद्ध पोक्सो एक्ट सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमें सक्रिय कर दी गई हैं।
जिंदगी के नाम पर अभाव और दरिंदगी की छांव
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी अपनी पत्नी, पांच साल की बेटी और सात साल के बेटे के साथ पिछले 8-9 वर्षों से अपने ननिहाल में अस्थायी रूप से रह रहा था। परिवार की स्थिति अत्यंत दयनीय है – न तो रहने का स्थायी ठिकाना है, न ही रोजी-रोटी का कोई साधन। माता-पिता दोनों की मानसिक स्थिति भी सामान्य नहीं बताई जा रही है। वह लोग किसी तरह गांव-गांव मांग कर जीवन गुजारते हैं।
खून से सना बिस्तर और मासूम की सिसकियाँ
पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया कि शनिवार सुबह जब वह नींद से जागी, तो बेटी के बिस्तर पर खून के धब्बे देखे। जब उसने घबराकर बेटी से पूछताछ की, तो बच्ची ने रोते हुए बताया कि उसके पिता ने ही यह अमानवीय कृत्य किया है।
पुलिस की तत्परता, जांच में जुटी टीम
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी ग्रामीण बलराम और क्षेत्राधिकारी चोब सिंह मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने थानाध्यक्ष विवेक कुमार तिवारी को निर्देश दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और पीड़िता को हर संभव न्याय दिलाया जाए।
थानाध्यक्ष ने बताया कि पीड़िता की मेडिकल जांच कराई जा रही है और आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट सहित अन्य संगीन धाराओं में मामला पंजीकृत कर लिया गया है।
सवाल कई, जवाब कहीं नहीं
इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर समाज को झकझोर कर रख दिया है। जब एक पिता ही अपनी संतान की अस्मिता का भक्षक बन जाए, तो ऐसे में कानून की सख्ती और समाज की सजगता दोनों ही ज़रूरी हो जाती है।