“घर की राह में लूट का सफर” — अशोक बस की मनमानी से यात्रियों का टूटा भरोसा, दिवाली-छठ पर जेब काट रही डग्गामार बसें!

गाजीपुर। त्योहार आते ही जहां देशभर में घर लौटने वालों के चेहरों पर मुस्कान होती है, वहीं इस बार गाजीपुर से दिल्ली जाने वाले यात्रियों के चेहरों पर थकान, लाचारी और लूट की पीड़ा साफ देखी जा रही है।
गाजीपुर के रौजा से दिल्ली के लिए रोज चलने वाली अशोक बस सर्विस ने इस बार दिवाली और छठ के नाम पर यात्रियों की जेब पर सीधा प्रहार कर दिया है।
त्योहार की आड़ में लूट का धंधा
मामला केवल किराये की बढ़ोतरी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानवता और नियमों की खुली धज्जियां उड़ाने जैसा है।
यात्रियों से स्लीपर सीट के ₹8,000 से ₹9,000 और साधारण सीट के ₹5,000 से ₹6,000 तक वसूले जा रहे हैं।
जो किराया सामान्य दिनों में ₹1,200 से ₹1,500 के बीच होता था, वह अब चार गुना से भी अधिक हो गया है।
एक यात्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताया —
“हम मजदूरी करने दिल्ली जाते हैं, त्योहार में परिवार संग रहना चाहते हैं। लेकिन इन बसवालों ने तो जैसे गरीब का घर जाना ही नामुमकिन बना दिया है। रेल टिकट नहीं मिलता, और बसें जेब काटने में लगी हैं।”
प्रशासन भी हुआ सक्रिय
इस मामले पर जब संवाददाता ने एआरटीओ धर्मवीर सिंह यादव से बात की तो उन्होंने कहा —
“हमने कर अधिकारी लव सिंह को इस पर जांच के लिए निर्देशित किया है।”
कर अधिकारी लव सिंह ने बताया —
“दिल्ली जाने वाली अशोक बस का हमने 17 अक्टूबर 2025 को चालान किया था। हमें लगातार शिकायतें मिल रही हैं। जल्द ही इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
जनभावना आहत, भरोसा टूटा
त्योहार के इन दिनों में लोगों के भीतर केवल बस का किराया नहीं, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था पर भरोसे का मूल्य भी टूट रहा है।
यात्रियों का कहना है कि —
“त्योहार पर घर पहुंचने की खुशी अब डर में बदल गई है। बस वालों को जैसे गरीब की मजबूरी से फायदा उठाने की आदत पड़ गई है।”
क्या यह ‘डग्गामार संस्कृति’ अब व्यवस्था पर भारी है?
हर साल त्योहारों के समय यही कहानी दोहराई जाती है —
बसें ओवरलोड, टिकट मनमाना, सीटें बेचने की होड़, और प्रशासनिक कार्रवाई के नाम पर सिर्फ ‘चालान’।
प्रश्न यह है कि आखिर कब तक आम जनता को इस अघोषित यात्री कर (Passenger Tax) का शिकार बनना पड़ेगा।
गाजीपुर से लखनऊ का किराया अभी कुछ दिन पहले तक 630 रुपये लेता था। अब उसका किराया 1100 रुपये ले रहा है। इसकी कई बसे गाजीपुर से लखनऊ और गाजीपुर से दिल्ली डग्गामार में हर रोज बे रोक टोक चलती है।