गाजीपुर डबल मर्डर केस: पुलिस ने एनकाउंटर में 2 आरोपी पकड़े, कैबिनेट मंत्री ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन

गाजीपुर : जिले के खानपुर थाना क्षेत्र में हुए उचौरी डबल मर्डर के मामले में योगी पुलिस ने तेज़ी दिखाते हुए मात्र 24 घंटे के भीतर दो आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान अंकित सोनकर (23) और मेराज (22) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास से दो देसी तमंचे, जिंदा कारतूस और खोखा कारतूस बरामद किए गए हैं।
पुलिस मुठभेड़: फायरिंग के बाद धराए आरोपी
शनि पुलिस मुठभेड़: फायरिंग के बाद धराए आरोपी वार को जिले में संदिग्धों की तलाशी के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि डबल मर्डर में शामिल आरोपी रामपुर क्रॉसिंग की तरफ से आ रहे हैं। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, वे बाइक से भागने लगे और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों अपराधियों के बाएं पैर में गोली लगी, जिसके बाद उन्हें पकड़ लिया गया।
तीसरा आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
➡️ गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अभियुक्तों पर पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे:
1. मु0अ0सं0 94/25 – धारा 191(2), 191(3), 103(1) BNS और 7 CLA एक्ट, थाना खानपुर
2. मु0अ0सं095/25 – धारा 109(1) BNS और 3/25 आर्म्स एक्ट, थाना खानपुर
➡️ कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर पहुंचे पीड़ित परिवार से मिलने
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने शनिवार शाम सैदपुर के जौहरगंज श्मशान घाट पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने परिजनों को हरसंभव मदद और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
➡️ अखिलेश यादव पर अनिल राजभर का तंज
घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार की “जीरो टॉलरेंस नीति” पर सवाल उठाए। इस पर अनिल राजभर ने जवाब देते हुए कहा—
“अखिलेश यादव की राजनीति अब सिर्फ सोशल मीडिया तक सिमट गई है। वे बस ट्विटर पर खेलते रहते हैं।”
➡️ हत्या का कारण: पुरानी रंजिश
स्थानीय लोगों के अनुसार, दोहरे हत्याकांड की वजह पुरानी रंजिश थी। इस सनसनीखेज वारदात के बाद गाजीपुर में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
➡️ भाजपा नेताओं का जमावड़ा
मंत्री के दौरे के दौरान भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे, जिनमें नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय, सैदपुर के पूर्व विधायक सुभाष पासी और भानु प्रताप सिंह शामिल थे।
➡️ प्रशासन का दावा: अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी
गाजीपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अपराधियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और फरार अभियुक्त को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
इस एनकाउंटर से गाजीपुर में अपराधियों में खौफ बढ़ा है, वहीं पीड़ित परिवारों को न्याय की उम्मीद जगी है।