गंगा ने निगल ली तीन बेटियाँ, एक की लाश मिली… दो अब भी लहरों में लापता — ग्राम प्रधान राजेश सिंह गुड्डू और पुलिस टीम मौके पर डटी

गाज़ीपुर। 19 अक्टूबर 2025 (रविवार) की सुबह करीब 5:30 बजे सिकंदरपुर ग्रामसभा के लिए यह सुबह मातम बनकर उतरी। गाँव की कुछ महिलाएँ और लड़कियाँ अमवाघाट थाना करंडा, गाज़ीपुर के सामने गंगा नदी में स्नान करने पहुँची थीं। इसी दौरान तीन मासूम बेटियाँ —
पूनम (18) पुत्री रामबचन यादव,
रोली (16) पुत्री राजदेव यादव, और
खुशी (14) पुत्री बबलू यादव,
नहाते समय अचानक गहरे पानी में चली गईं और गंगा की लहरों में समा गईं।
देखते ही देखते घाट पर अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों की चीख-पुकार से पूरा माहौल गूँज उठा। सूचना मिलते ही थाना करंडा पुलिस टीम और ग्राम प्रधान राजेश सिंह गुड्डू तत्काल मौके पर पहुँच गए।
प्रधान राजेश सिंह गुड्डू ने मौके पर पहुंचते ही स्थानीय गोताखोरों को बुलवाकर खोजबीन शुरू कराई।
लगातार कई घंटों की मशक्कत के बाद पूनम का शव मृत अवस्था में बरामद किया गया, जबकि रोली और खुशी अब भी लापता हैं।
ग्राम प्रधान राजेश सिंह गुड्डू और पुलिस टीम दोनों मौके पर मौजूद रहकर नदी किनारे हो रही खोजबीन की निगरानी कर रहे हैं।
प्रधान ने प्रशासन से अतिरिक्त गोताखोरों की सहायता भी मांगी है ताकि बाकी दोनों बच्चियों को जल्द से जल्द खोजा जा सके।
गाँव में मातम का माहौल है — हर घर की आँखें नम हैं, हर माँ की गोद सूनी।
गंगा किनारे सिर्फ सिसकियाँ और प्रार्थनाएँ गूँज रही हैं।
गाँव के एक बुज़ुर्ग की आँसू भरी जुबान में बस इतना ही निकला —
“गंगा ने हमारी बेटियाँ छीन लीं, लेकिन प्रधान राजेश सिंह गुड्डू और पुलिस ने इंसानियत का फर्ज़ निभाया — सुबह से अब तक बिना थके बेटियों की तलाश में जुटे हैं।”


