कोरोना का ग्रहणः पॉलीटेक्निक कॉलेजों की 60 फीसद सीटें खाली

गाजीपुर। पॉलीटेक्निक कॉलेज संचालकों की स्थिति चिंतनीय है। जैसे तैसे 60 फीसद सीटें ही भर पाई हैं। कारण यूपी बोर्ड के इस साल का परीक्षा परिणाम का अपेक्षाकृत काफी कम है और रही सही कसर कोरोना ने पूरी कर दी है।
गाजीपुर में एक राजकीय के अलावा सात निजी पॉलीटेक्निक कॉलेज हैं। इन निजी कॉलेजों में विभिन्न ट्रेडों को मिलाकर कुल 2600 सीटें हैं मगर इनमें बमुश्किल 40 फीसद सीटें ही भर पाई हैं जबकि काउंसिंलिंग का अंतिम चरण शुरू है और पूरी प्रवेश प्रक्रिया पांच दिसंबर को पूरी कर देनी है।
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निजी पॉलीटेक्निक कॉलेज संचालकों का कहना है कि प्राविधिक शिक्षा विभाग ने गरीब सवर्णों को आरक्षण देने का निर्णय लिया और संस्थावार दस फीसद सीटें बढ़ा दी गईं। भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने सीटें बढ़ाने की हरी झंडी भी दे दी।
पहली बार परीक्षा से वंचित डेढ़ लाख आवेदकों को सीधे प्रवेश का मौका दिया गया। संयुक्त प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर प्रवेश के प्रावधानों के बावजूद कोरोना संक्रमण के चलते ऐसा किया गया। काउंसिंलिंग के तीन अतिरिक्त चरण हुए। बावजूद सीटें नहीं भर सकी हैं।