एसएचओ कासिमाबाद को लेकर डेडलॉक जारी, सात घंटे चला भाजपा कार्यकर्ताओं का धरना

बाराचवर/गाजीपुर(यशवंत सिंह)। बदजुबान और बदमिजाज इंस्पेक्टर बलवान सिंह की एसएचओ कासिमाबाद की कुर्सी 48 घंटे के अंदर छिन जाएगी। कासिमाबाद थाना मुख्यालय में धरने पर बैठे भाजपा कार्यकर्ताओं को यह आश्वासन एसडीएम कासिमाबाद भारत भार्गव ने दिया। इस आश्वासन पर करीब सात घंटे बाद बुधवार की देर शाम सात बजे यह धरना खत्म हुआ।
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शुरू में तो इस धरने को न सिर्फ प्रशासन के आला अधिकारियों बल्कि खुद भाजपा के जिला नेतृत्व ने हल्के में लिया लेकिन धरनारत भाजपा कार्यकर्ता अपनी मांग पर अड़े रहे। उनके तेवर को देख भाजपा जिला नेतृत्व समूह दबाव में आया। नेताओं ने पुलिस कप्तान डॉ. ओमप्रकाश सिंह से बात की। साथ ही मौके पर जिला उपाध्यक्ष श्यामराज तिवारी व जिला मंत्री अखिलेश राय को भेजा गया। उधर प्रशासन की ओर से एसडीएम कासिमाबाद भारत भार्गव, सीओ कासिमाबाद महिपाल पाठक मौके पर पहुंचे। एसडीएम कासिमाबाद ने स्पीकर मोड पर अपना फोन डाल कर ऊपर के अधिकारियों से बात की। उसके बाद उन्होंने धरनारत भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर 48 घंटे के अंदर एसएचओ कासिमाबाद बलवान सिंह नहीं हटे तो वह उन लोगों के साथ खुद धरना पर बैठेंगे। उसके बाद धरना खत्म हो गया।
खजूर गांव में एक विवादित भूखंड पर कोर्ट के स्थगनादेश के मामले को लेकर भाजपा के कासिमाबाद मंडल प्रथम के अध्यक्ष संतोष गुप्त सुबह कार्यकर्ताओं संग वह जैसे ही थाना मुख्यालय पर पहुंचे कि एसएचओ आग बबूला हो गए। उन्हें गालियां देते हुए भाग जाने को कहे। उसके बाद श्री गुप्त साथ के कार्यकर्ताओं को लेकर दोपहर 12 बजे थाना मुख्यालय में ही धरने पर बैठ गए। यह खबर अन्य कार्यकर्ताओं को मिली तो वह भी धरना स्थल पर पहुंच गए। धरना में शिवप्रताप सिंह छोटू, सौरभ प्रताप सिंह, संतोष कुशवाहा, नंदा राजभर, दीना नाथ ठाकुर, मोती बिंद, राजेश सिंह, वेदप्रकाश, अभिजीत सिंह, पंकज सिंह, अनिल सिंह आदि प्रमुख थे।
वैसे एसएचओ कासिमाबाद को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं के आक्रोश का यह पहला संदर्भ नहीं था। पहले से ही उनमें रिफ्ट चल रहा था। मंडल अध्यक्ष संतोष गुप्त इस सिलसिले में जिलाध्यक्ष को चिट्ठी लिख चुके हैं। फिर पुलिस कप्तान से खुद भी मिल कर एसएचओ बलवान सिंह की लिखित शिकायत कर चुके हैं। उनका आरोप है कि एसएचओ कासिमाबाद के लिए जहां भाजपा कार्यकर्ता फूटी आंख नहीं सुहाते वहीं वह दलालों को अपने सिर माथे पर बैठाए रहते हैं।
इसी बीच पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री राघवेंद्र सिंह ने कासिमाबाद थाने के घटनाक्रम पर आक्रोश जताते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं संग एसएचओ कासिमाबाद का व्यवहार सरासर निंदनीय है। इसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। योगी सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि पुलिस आम फरियादियों के साथ सम्मान के साथ पेश आए लेकिन जब खुद भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ थानों पर बदसलूकी हो रही है तो सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि आमजन के प्रति पुलिस का रवैया कैसा होगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता वीके त्रिवेदी ने भी कहा कि अभी कुछ ही दिन पहले शाहनिंदा पुलिस चौकी इंचार्ज ने एक सम्मानित कार्यकर्ता का नाहक चालान कर दिया और अब कासिमाबाद थाने पर पहुंचे कार्यकर्ताओं संग दुर्व्यवहार की घटना असहनीय है।