सांसद अफजाल अंसारी ने दूरसंचार सलाहकार समिति में पांच को कराया नामित

गाजीपुर। अफजाल अंसारी भले बसपा के सांसद हैं लेकिन आज भी उनका मन सपा में ही भटक रहा है। न सिर्फ उनके इर्द-गिर्द सपा के लोग दिखते हैं बल्कि मौका पड़ने पर अफजाल अंसारी सपाइयों को कुछ देने से भी गुरेज नहीं करते।
यह भी पढ़ें—क्रिकेट: बंटी की ‘गुगली’, मस्सी ‘पवेलियन’!
हालिया मामला दूरसंचार विभाग की सलाहकार समिति का है। समिति में सांसद की ओर से भी सदस्य नामित किए जाते हैं। इस हैसियत से अफजाल अंसारी ने समिति में पांच सदस्यों को नामित कराया है। खास यह कि इनमें एक शिवकुमार राय उनके प्रतिनिधि हैं। इनके अलावा इंद्रप्रताप यादव मुन्नन, डॉ. नन्हकू सिंह यादव, विजय यादव तथा रितेश कुमार हैं।
मुन्नन यादव सपा के वरिष्ठ नेता हैं और शुरू से अफजाल अंसारी के बेहद करीब रहे हैं। यहां तक कि अफजाल अंसारी ने जब अपना कौमी एकता दल बनाया था तब मुन्नन यादव को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपे थे। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद वह कौमी एकता दल से इस्तीफा देकर दोबारा सपा में लौट आए थे। इसी तरह डॉ. नन्हकू सिंह यादव सपा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। रही बात विजय यादव की तो वह मरदह के पूर्व ब्लाक प्रमुख रहे हैं और उनकी पत्नी आशा यादव जिला पंचायत की चेयरमैन हैं। यह दंपती सपा में पूरी तरह सक्रिय है। वैसे आशा यादव को जिला पंचायत की कुर्सी तक पहुंचाने में अफजाल अंसारी की भूमिका अहम रही है। यानी कि उन पर अफजाल अंसारी का वह एहसान है।

समिति में नामित सदस्यों में अकेले रितेश कुमार ही बसपा से हैं। वह बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर रहे हैं। अफजाल अंसारी पिछले साल सांसद चुने गए। तब उनकी पार्टी बसपा का सपा से चुनावी गठबंधन था। उसके बाद बसपा मुखिया मायावती खुद सपा से गठबंधन तोड़ दी। बावजूद न तो सांसद अफजाल अंसारी और न सपा के ही लोग एक दूसरे को छोड़ पाए हैं। इसकी पुष्टि एक बार फिर दूरसंचार सलाहकार समिति के नामित सदस्यों की सूची भी कर रही है।