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मामूली बेपरवाही से वह शातिर पहुंच गए सलाखों के पीछे

गाजीपुर। सौ दिन चोर का, एक दिन पुलिस का। कुछ ऐसा ही रहा शातिर चोरों के सक्रिय गैंग का। वह एक ही रात शहर के तीन एटीएम तोड़ कर पुलिस को सकते में डाल दिए थे। तब लाख प्रयास के बाद भी पुलिस को उनका सुराग तक नहीं मिल पाया। अब वह लंबा हाथ मारने निकले लेकिन उनकी बेपरवाही ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

हुआ यह कि गैंग नंदगंज थाने के कुसुम्हीकलॉ स्थित यूबीआई शाखा के गेट का ताला तोड़ कर अंदर घुस गए। बात 17 अक्टूबर की रात की है। उन्हें उम्मीद थी कि बैंक की तिजोरी से उन्हें लंबी रकम मिलेगी, लेकिन तिजोरी तक वह पहुंच तो नहीं पाए। हां। वह सीसीटीवी कैमरे में अपने चेहरे जरूर कैद करा आए और आखिर में पुलिस के हाथ उनके गिरेंबान तक पहुंच गए।

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हालांकि कुसुम्ही कलॉ से पहले शहर में एक्सिस बैंक महुआबाग, यूको बैंक सकलेनाबाद तथा केनरा बैंक दुर्गा चौक के एटीएम तोड़ते वक्त वह पूरी सावधानी बरते थे। काम शुरू करने से पहले उनके सीसीटीवी कैमरे तोड़ना नहीं भूले थे।

पुलिस कप्तान डॉ.ओमप्रकाश सिंह ने मंगलवार की दोपहर अपने ऑफिस में उन्हें मीडिया के सामने पेश किया। बताए कि यह बड़ी कामयाबी शहर कोतवाली और नंदगंज पुलिस की साझी कार्रवाई में मिली। उनको सुखदेवपुर चौराहे से पकड़ा गया। उनके कब्जे से शहर के एटीएम से तोड़कर उड़ाए गए कुल साढ़े 20 हजार नकद, लोहे का राड, बाइक वगैरह बरामद हुआ। पकड़े गए चोरों में सत्येंद्र मौर्य करंडा थाने के गरथौली पहाड़पुर, विमलेश कुमार भुतहिया टांड़ शहर कोतवाली और मनीष विश्वकर्मा बरहपुर थाना नंदगंज का रहने वाला है।

एक सवाल पर पुलिस कप्तान ने कहा कि इनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। उन्होंने इस कामयाबी के लिए पुलिस टीम को अपनी ओर से दस हजार रुपये नकद ईनाम देने की घोषणा किए। टीम में शहर कोतवाली के एसआई सुनील कुमार तिवारी, तरुण श्रीवास्तव तथा बालेंद्र यादव प्रमुख थे। पुलिस कप्तान ने कहा कि इसमें नंदगंज पुलिस की भूमिका  अहम रही। जाहिर है कि गैंग के संबंध में एसओ नंदगंज राकेश सिंह से शहर कोतवाली पुलिस को अच्छा इनपुट मिला था।

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