भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी: गाजीपुर के कोटे में ऊपर से थोपे!

गाजीपुर। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की बहुप्रतीक्षित सूची शनिवार को जारी हो गई। सूची ने गाजीपुर के जमीनी नेताओं, कार्यकर्ताओं को एक तरह से निराश ही किया है। इसका अंदाजा सूची जारी होने के बाद सोशल मीडिया में हो रही प्रतिक्रिया से भी मिल रहा है।
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पिछली कार्यकारिणी में गाजीपुर कोटे से वरिष्ठ नेता रामतेज पांडेय मंत्री थे। उम्मीद की जा रही थी कि इस बार उनको पदोन्नति देकर कार्यकारिणी में जगह मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बल्कि गाजीपुर का कोटा संजय राय से भरा गया है। वैसे कहने को तो संजय राय गाजीपुर के ही जखनियां विधानसभा क्षेत्र स्थित बुढ़ानपुर गांव के मूल निवासी हैं लेकिन उनका कार्यक्षेत्र गोरखपुर और लखनऊ ही रहा है। लिहाजा गाजीपुर के आम कार्यकर्ताओं के लिए उनका चेहरा कभी जाना पहचाना नहीं रहा। पहली बार संजय राय का नाम गाजीपुर के कार्यकर्ताओं के कानों में तब पड़ा था जब तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने अपनी कार्यकारिणी का सदस्य बनाने के साथ ही उनको प्रवक्ता व आईटी सेल का प्रभारी बनाया था।
नई प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर गाजीपुर के और भी नेता उम्मीद लगाए बैठे थे। माना जा रहा था कि काशी प्रांत इकाई के मौजूदा उपाध्यक्ष कृष्णबिहारी राय, पूर्व मंत्री बिजेंद्र राय आदि को भी प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की सूची में जरूर जगह मिल सकती है।

नई कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की सूची में खुद को जगह नहीं मिलने पर बिजेंद्र राय ने अपना असंतोष भी सार्वजनिक किया है। उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर लिखा है-“नव नियुक्त भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों को बधाई परंतु गाजीपुर जिले के कोटे से घोषित नाम के कारण हमारे जैसे कार्यकर्ताओं में निराशा”। बिजेंद्र राय की इस पोस्ट पर कमेंट कर कार्यकर्ता उनकी बात पर अपनी सहमति भी जता रहे हैं। पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बनाने की भी पूरी कोशिश की है। सूची में एक बात और गौर करने की है। उसमें पदाधिकारियों के अंकित नामों के आगे जाति का नाम भी दर्ज है। ऐसा पहली बार देखने को मिला है। इस पर सुधि कार्यकर्ताओं में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है।