पूर्व फौजी की हत्या के पीछे लेन-देन का था मामला, बेटे के दोस्त ने कबूला अपना जुर्म

गाजीपुर। मुहम्मदाबाद कोतवाली के अदिलाबाद नई बस्ती में पूर्व फौजी कृतार्थ राय की हत्या करने की बात उनके बेटे के दोस्त विनय राय ने कबूल ली है। पूर्व फौजी के बेटे राहुल ने उसके विरुद्ध नामजद एफआईआर कराई थी। पुलिस उसे शुक्रवार की सुबह दस बजे अदिलाबाद चौराहा से गिरफ्तार की। हत्या छह दिसंबर की देर शाम हुई थी।
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एसएचओ मुहम्मदाबाद अशेषनाथ सिंह ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसकी पूर्व फौजी कृतार्थ राय के बेटे राहुल से उसकी विद्यार्थी काल से ही गहरी दोस्ती थी। वह प्राय: हर रोज उनके घर जाता था। एक बार जरूरत पड़ने पर उनसे 80 हजार रुपये उधार लिये थे। बाद में बाप-बेटे बार-बार उन रुपयों का तगादा करने लगे थे। जब भी वह उनके घर जाता तो वह रुपये की मांग को लेकर बाप-बेटे उसे भला-बुरा कहते। घटना के दिन भी वही हुआ। तब राहुल के साथ उसने शराब पी। उसके बाद राहुल अपने एक अन्य दोस्त के तिलकोत्सव में शामिल होने के लिए उसके गांव मोहनपुरा चला गया। राहुल के पिता घर में अकेले रह गए। तब उसके दिमाग में आया कि राहुल के पिता का काम तमाम कर देगा तो उसे उधार के रुपये भी नहीं पड़ेंगे। इसके लिए वह अपने घर गया और हथौड़ा लेकर राहुल के घर दोबारा लौटा। दबे पांव अंदर पहुंचा। राहुल के पिता टीवी देख रहे थे। वह पीछे से उनके सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार किया। जब राहुल के पिता की मौत हो गई तब वह बाहर निकला और रक्तरंजित हथौड़ा उन्हीं के मकान के पीछे छिपा कर अपने घर अग्रवाल टोली चला गया था। एसएचओ मुहम्मदाबाद ने बताया कि अभियुक्त की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त हथौड़ा भी बरामद कर लिया गया है।
पूर्व फौजी कृतार्थ राय (62) मूलत: बलिया जिले के कोटवा नारयणपुर के रहने वाले थे और रिटायरमेंट के बाद पहले अदिलाबाद में किराए के मकान में रहते थे। फिर एक साल पहले वह अदिलाबाद के ही नई बस्ती सुरहिया में अपना मकान बनवा लिए थे। पांच साल पहले उनकी पत्नी का कैंसर से मौत हो गई थी। बेटा राहुल की मुहम्मदाबाद पेट्रोल पंप के पास मोटर स्पेयर पार्टस की दुकान है जबकि बेटी बीएचयू में पढ़ती है।