तीन दिन से हाउस अरेस्ट अपने जिलाध्यक्ष को मुक्त कराए सपाई

गाजीपुर। लगातार तीन दिनों से हाउस अरेस्ट अपने जिलाध्यक्ष रामधारी यादव को लेकर बुधवार की दोपहर समाजवादी पार्टी के लोगों का गुस्सा फूट गया। पार्टी के कई नेता जिलाध्यक्ष के आवास पर धरना शुरू कर दिए और उनके आह्वान पर अन्य नेता, कार्यकर्ता वहां के लिए कूच कर दिए। मामले की नाजुकता समझ आनन फानन में रामधारी यादव के आवास पर तैनात पुलिस बल हटाया गया। उसके बाद उन्हें लेकर पार्टी नेता जिला कार्यालय के लिए रवाना हुए।
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किसान बिल के विरोध में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर सोमवार को सपा का किसान यात्रा निकाली जानी थी लेकिन उससे पहले ही प्रशासन ने तड़के पार्टी के अन्य दिग्गजों सहित जिलाध्यक्ष रामधारी यादव को उनके गांव नंदगंज थानांतर्गत वहादीपुर में हाउस अरेस्ट कर लिया गया था। दूसरे दिन मंगलवार को भी हाउस अरेस्ट जारी रहा। बाद में अन्य नेताओं को मुक्त कर दिया गया लेकिन जिलाध्यक्ष के आवास पर तीसरे दिन भी पुलिस का पहरा लगा रहा। उनको घर से निकलने की इजाजत नहीं दी गई।
यह खबर मिलते ही सपाजन बिफर उठे। पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा, मीडिया प्रभारी अरुण श्रीवास्तव, सदर विधानसभा क्षेत्र इकाई उपाध्यक्ष कमलेश यादव, डॉ. समीर सिंह आदि वहादीपुर पहुंच गए और धरने पर बैठने के साथ ही अन्य नेताओं, कार्यकर्ताओं को भी फोन कॉल व व्हाट्सअप मैसेज के जरिए वहादीपुर पहुंचने का आह्वान किए। उसके बाद पार्टी नेता, कार्यकर्ता वहादीपुर के लिए कूच करने लगे। तब प्रशासन का माथा ठनका। दोपहर करीब एक बजे रामधारी यादव के आवास से पुलिस का पहरा हटाया गया।
सपा जिलाध्यक्ष की लगातार तीन दिनों तक हाउस अरेस्टिंग का कारण जानने के लिए ‘आजकल समाचार’ ने पुलिस कप्तान डॉ. ओमप्रकाश सिंह को फोन लगाया। फोन उनके पीआरओ ने उठाया और कहा कि मामला खत्म हो गया है। सपा जिलाध्यक्ष के आवास से पुलिस हटा ली गई है।