गाजीपुर-बांद्रा एक्सप्रेस से लोकल बोतल बंद पानी बरामद, कार्रवाई को लेकर टीसी से भिड़ा पेंट्रीकार मैनेजर

गाजीपुर। ट्रेनों में यात्रियों को उपलब्ध कराया जा रहा बोतल बंद पानी मानक के बिल्कुल विपरीत है। इसका प्रमाण मंगलवार की शाम गाजीपुर-बांद्रा एक्सप्रेस विशेष ट्रेन की पेंट्रीकार में लोकल बोतल बंद पानी की पेटियों की बरामदगी है। तुर्रा यह कि यह सब दबंगई के साथ हो रहा है।
ट्रेन के रवाना होने से कुछ ही देर पहले पेंट्रीकार में लोकल बोतल बंद पानी की पेटियों पर टीसी शिवकुमार की नजर पड़ी। कुल करीब 100 पेटियां थी। टीसी ने पेंट्रीकार के मैनेजर से उस सिलसिले में जानकारी चाही तो मैनेजर कोई जवाब देने के बजाए उनसे झगड़े पर उतारु हो गया। बावजूद टीसी ने पेटियों को उतरवाना शुरू किया। तब मैनेजर उनसे भिड़ गया। संयोग से उसी बीच ट्रेन अपने समय के अनुसार खुल गई। पेंट्रीकार से करीब आठ पेटियां ही उतारी जा सकी थीं। रेलवे के तय मानक के मुताबिक ट्रेनों में रेल नीर अथवा रेलवे की ओर से एप्रुब्ड बोतल बंद पानी ही मान्य है।
वैसे तो किसी ट्रेन की पेंट्रीकार में लोकल बोतल बंद पानी की बरामदगी तो एक बानगी भर है। जानकारों का कहना है कि सिटी स्टेशन से खुलने अथवा गुजरने वाली लगभग हर ट्रेन की पेंट्रीकार में लोकल बोतल बंद पानी लोड किया जाता है। इस मामले में आरपीएफ और जीआरपी की भूमिका भी संदिग्ध है।
गाजीपुर-बांद्रा एक्सप्रेस की पेंट्रीकार से लोकल बोतल बंद पानी की पेटियों की बरामदगी के बाबत ‘आजकल समाचार’ ने मंडल वाणिज्य निरीक्षक (डीसीआई) विजय कुमार यादव से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि सिटी स्टेशन से संबंधित अधिकारियों से उन्होंने रिपोर्ट तलब की है। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।