एमएलसी चुनावः कार्यक्रम घोषित होते ही प्रशासनिक और राजनीतिक गतिविधियां शुरू

ग़ाज़ीपुर। निर्वाचन आयोग की ओर से विधान परिषद के वाराणसी स्नातक तथा शिक्षक क्षेत्र के लिए कार्यक्रम की सोमवार को घोषणा के साथ ही प्रशासनिक, राजनीतिक गतिविधियां शुरू हो गईं हैं।
घोषित कार्यक्रम के मुताबिक नामांकन का काम मंडल मुख्यालय वाराणसी में पांच 12 नवंबर तक होगा जबकि नामांकन पत्रों की जांच 13 नवंबर को होगी। नाम वापसी 17 नवंबर तक होगी। उसके बाद पहली दिसंबर की सुबह आठ से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। मतगणना मंडल मुख्यालय पर तीन दिसंबर को होगी। गाजीपुर में स्नातक मतदाताओं की कुल संख्या करीब 36 हजार और शिक्षक मतदाता लगभग दो हजार 200 हैं।
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दलीय नजरिया से देखा जाए तो इस चुनाव को लेकर भाजपा और समाजवादी पार्टी में कुछ ज्यादा ही सक्रियता है। स्नातक सीट के लिए भाजपा मौजूदा एमएलसी केदारनाथ सिंह पर ही दाव लगा रही है। जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने कहा कि इस चुनाव को लेकर उनकी पार्टी की तैयारी पहले से ही है और नामांकन के वक्त गाजीपुर के भी नेतागण, वरिष्ठ कार्यकर्ता मंडल मुख्यालय वाराणसी पहुंचेंगे। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि शिक्षक सीट के लिए फिलहाल उनकी पार्टी का उम्मीदवार तय नहीं है। इस संबंध में ऊपर से मार्ग निर्देशन मिलने पर गाजीपुर के पार्टीजन काम करेंगे।
उधर समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष निजामुद्दीन खां ने भी बताया कि उनकी पार्टी की तैयारी भी मुकम्मल है। स्नातक सीट के लिए उनकी पार्टी के घोषित उम्मीदवार आशुतोष सिन्हा लगभग सभी ब्लाकों के वोटरों से संपर्क कर चुके हैं। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
इधर डीएम एमपी सिंह ने राइफल क्लब में संबंधित अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों संग बैठक की। कोविड-19 को लेकर निर्वाचन आयोग की गाइड लाइन का हवाला देते हुए बताया कि एक हजार से अधिक मतदाता वाले बूथों पर एक अतिरिक्त बूथ बनेंगे। उस हिसाब से कुल 35 बूथों के अलावा आठ अतिरिक्त बूथ बनाए गए हैं।
बैठक में एडीएम राजेश कुमार सिंह सहित लगभग सभी एसडीएम और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों में भाजपा जिला जिलाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह, सपा उपाध्यक्ष निजामुद्दीन खां, कांग्रेस के रविकांत राय, बसपा के जनक लाल प्रसाद, माकपा के जफर अब्बास आदि उपस्थित थे।