ईओ की मौत का कारण भ्रष्टाचार का बेजा दबाव!

भांवरकोल (गाजीपुर)। कनुवान के लोग गांव की होनहार बेटी मणिमंजरी राय (30) की मौत के गम से उबर नहीं पाए हैं। परिवार समेत सभी उसकी आत्महत्या की बात मानने को तैयार नहीं हैं। बुधवार को मणिमंजरी के बड़े भाई विजयानंद राय और छोटा भाई कौशलेन्द्र राय अपने रिश्तेदारों संग बलिया शहर कोतवाली पहुंचे और तहरीर दिए। उसमें बलिया की मनियर नगर पंचायत के चेयरमैन भीम गुप्त, पूर्व ईओ संजय राव, टैक्स लिपिक विनोद सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश वगैरह को नामजद किया।
आरोप लगाया कि उनकी बहन पर गलत तरीके से टेंडर निकालने और भुगतान करने के लिए वह लोग लगातार बेजा दबाव डाल रहे थे। उससे आजिज आकर मणिमंजरी खौफनाक कदम उठाने को मजबूर हुई। पंचायत कर्मियों से मिल रही मानसिक प्रताड़ना की शिकायत वह बलिया के प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार की थी। उसकी चर्चा वह अपने बड़े भाई से भी की थीं।
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मालूम हो कि बलिया शहर के आवास विकास कॉलोनी स्थित अपने आवास में मणिमंजरी सोमवार की रात मृत मिली थी। कमरे की छत के पंखे के सहारे उसकी लाश लटक रही थी। इसकी सूचना मिलने के कुछ देर बाद ही उसके पिता जय ठाकुर राय बार-बार कहते रहे कि उसकी बेटी की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का मामला है जबकि मौके पर सुसाइड नोट भी मिला। उसमें मणिमंजरी ने आत्महत्या का कारण नगर पंचायत कर्मियों से मिल रहे बेजा दबाव और मानसिक प्रताड़ना बताई थी। बलिया शहर कोतवाली में उसके भाइयों ने मणिमंजरी की पीएम रिपोर्ट तथा सुसाइड नोट उपलब्ध कराने का भी आग्रह किया। मणिमंजरी प्रदेश प्रशासनिक सेवा में 2018 में चयनित हुई थीं। उसकी पहली पोस्टिंग भी मनियर नगर पंचायत के ईओ पद पर हुई थी। उसके पिता जय ठाकुर राय बलिया सहकारी बैंक की कोटवा नारायणपुर शाखा में सहायक प्रबंधक हैं। इसी बीच खबर मिली है कि मणिमंजरी की मौत की जांच बलिया पुलिस कप्तान ने क्राइम ब्रांच को सौप दी है।
