जिला पंचायत: अब जिला योजना समिति चुनाव में भाजपा और सपा में होगी जोर आजमाइश

गाजीपुर। अब बारी जिला योजना समिति चुनाव की है। इसको लेकर जिला पंचायत में एक बार फिर एक दूसरे की कट्टर विरोधी सपा और भाजपा में जोर आजमाइश की नौबत आएगी।
कुल 67 सदस्यीय जिला पंचायत में संख्या बल के हिसाब से देखा जाए तो सपा भारी है। उनमें सपा और उसके समान विचारधारा से जुड़े सदस्यों की संख्या करीब 42 है। हालांकि सपा के इस संख्या बल को कागजी ही है। इस बात की पुष्टि बीते तीन जुलाई को हुए चेयरमैन चुनाव में भी हुई थी। दलीय आंकड़े में तीसरे पदान पर रही भाजपा तरकीब, तिकड़म के बूते सबसे ऊपर पहुंच गई थी और एकतरफा मुकाबले में सपा को काफी पीछे छोड़ दी थी। बल्कि पहली बार गाजीपुर जिला पंचायत के चेयरमैन चुनाव में भाजपा अपना झंडा गाड़ने का गौरव हासिल की थी जबकि सपा का ढाई दशक का अभेद किला भरभरा गया था।
जिला योजना समिति के कुल 26 सदस्यों के लिए चुनाव प्रस्तावित है। यह चुनाव सपा के लिए जिला पंचायत में भाजपा पर राजनीतिक दबाव बनाने का मौका बनेगा। चेयरमैन चुनाव में अपनी पार्टी की अगुवाई करते दिखे सपा सदस्य कमलेश यादव (राय साहब) भी इस बात को मानते हैं लेकिन जिला योजना समिति के चुनाव को लेकर पार्टी की क्या रणनीति होगी। इस सवाल पर उनका कहना था कि राज्य निर्वाचन आयोग ने अभी कार्यक्रम घोषित किया है। लिहाजा साथी सदस्यों तथा पार्टी नेताओं में इसको लेकर रणनीति पर अब चर्चा होगी।
तीन को होगा मतदान
जिला योजना समिति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही शनिवार से नामांकन पत्रों की बिक्री भी शुरू हो गई। जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी एसएन सिंह ने बताया कि नामांकन पत्र 27 अगस्त तक सुबह 11 से शाम चार बजे तक जमा होंगे। उसके बाद नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि 31 अगस्त को सुबह 11 से शाम तीन बजे तक नाम वापसी का वक्त तय है और मतदान तीन सितंबर की सुबह आठ से शाम तीन बजे तक होगा। उसके बाद मतगणना होगी। चुनाव की सारी प्रक्रिया आरटीआई सभागार में संपादित होगी। कुल 26 सदस्यों में चार सामान्य महिला, अनुसूचित जाति चार और दो-दो अनुसूचित तथा पिछड़े वर्ग की महिला तथा पांच पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित है। शेष नौ पद अनारक्षित हैं।