नाजायज संबंधों में ही हुई थी महिला की हत्या, दोनों हत्यारे गिरफ्तार

गाजीपुर। थाना नोहनहरा के तिलाड़ी गांव में गुरुवार की रात हुई महिला रीता (35) की हत्या का राज खुल गया। दोनों हत्यारे गिरफ्तार हो गए। साथ ही हत्या में प्रयुक्त चापड़ भी बरामद हो गया। हत्या का कारण नाजायज संबंध था।
इस मामले में महिला के पति केदार राम ने अपने ही गांव भजया तिलाड़ी के सुग्गू सिंह यादव को नामजद किया था। मुखबिर की सूचना पर एसओ नोनहरा शैलेंद्र प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ क्षेत्र के ही पराहू बाबा मंदिर वहद ग्राम रोहिली के पास शनिवार की सुबह साढ़े छह बजे पहुंचे और नामजद अभियुक्त सुग्गू यादव के संग हत्या में शामिल रहे प्रबिंद राजभर निवासी चुरामन अभिसहन थाना कासिमाबाद को धर दबोचे।
पूछताछ में सुग्गू यादव तथा प्रबिंद ने सहजता से अपना जुर्म कबूल लिया। बताया कि उन दोनों का उस महिला से नाजायज संबंध था। वह एक दूसरे के इस नाजायज संबंध से वाकिफ भी थे। इसी बीच प्रबिंद राजभर की शादी तय हो गई लेकिन वह महिला उस पर शादी तोड़ने और आजीवन उसके रिलेशनशिप में रहने का बेजा दबाव बनाने लगी। प्रबिंद उसके लिए कतई तैयार नहीं था। अब वह उस महिला से मुक्ति के लिए युक्ति ढूंढने लगा। उधर सुग्गू यादव भी उस महिला से अब ऊब चुका था। वह भी उससे अपना पिंड छोड़ाना चाहता था। आखिर में वह दोनों इस नतीजे पर पहुंचे कि गले की फांस बन चुकी उस महिला की मौत ही उनके लिए आखिरी विकल्प है। लिहाजा वह प्लान बनाए। फिर महिला को रात के पहर उसके घर से कुछ ही दूर नहर के पास बुलाए। उनके इस खौफनाक प्लान से अनजान महिला पहले की ही तरह बगैर हुज्जत किए घर से निकली और जगह पर पहुंच गई। एक बार फिर प्रबिंद ने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन महिला अपनी बात पर अड़ी रही। तब प्रबिंद उसके गले पर चापड़ से जोरदार प्रहार कर दिया। खून की धारा फूट पड़ी। प्रबिंद की शर्ट उस खून से रंग गए। उसके बाद दोनों तब तक वहां मौजूद रहे जब तक कि महिला की सांसें थम नहीं गईं।
शनिवार को पुलिस कप्तान डॉ.ओमप्रकाश सिंह ने भी मीडिया से बातचीत में घटना के इस कथानक की लगभग पुष्टि करते हुए 24 घंटे के अंदर घटना के राजफास और दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी पुलिस की बड़ी उपलब्धि बताई। बताए कि घटना में प्रयुक्त चापड़ तथा अभियुक्त का रक्त रंजित शर्ट भी बरामद हो गई है। साथ ही यह भी कहे कि घटना को लेकर पुलिस मुख्यालय के सामने धारा 144 तोड़कर प्रदर्शन और रास्ता जाम करने वालों के विरुद्ध केस दर्ज होगी। मालूम हो कि पोस्टमार्टम के बाद गांव के लोग महिला का शव अपने साथ ले जाने की मांग को लेकर पुलिस कप्तान ऑफिस पर धमक आए थे और बीच सड़क बैठ रास्ता जाम कर दिए थे। उनमें महिलाएं भी शामिल थीं जबकि उधर पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए महिला के स्वजनों को लेकर श्मशान घाट जाकर शव का दाह संस्कार करा दी थी।