चुनावी रंजिश में पथराव, फायरिंग और आगजनी, अधेड़ जख्मी

भांवरकोल (गाजीपुर)। परसदा गांव में चुनावी रंजिश में खासा बवाल हो गया। मारपीट हुई। एक पक्ष के दरवाजे पर खड़ी बाइक फूंकने के साथ ही कार क्षतिग्रस्त कर दी गई। अनुसूचित जाति के अधेड़ को गोली लगी। एक पक्ष धरने पर बैठ गया। घटना शुक्रवार की देर शाम की है। इस मामले में गांव के ही एक परिवार के तीन सदस्यों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज हुई है। एहतियातन गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए कुछ ही देर बाद आसपास के करीमुद्दीनपुर, मुहम्मदाबाद, बरेसर, कासिमाबाद, बिरनो, दुल्लहपुर और महिला थाने की फोर्स सहित पुलिस कप्तान डॉ.ओम सिंह एवं एएसपी ग्रामीण राजधारी चौरसिया भी मौके पर पहुंचे।
परसदा ग्राम पंचायत में प्रधान का पद पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित है। प्रत्याशी संतरा देवी के पति रामविशाल यादव बाइक से घर लौट रहे थे। उसी बीच गांव के समीप पहुंचने पर प्रतिद्वंद्वी प़त्याशी संगीता देवी पत्नी बबलू गुप्त के समर्थक रामविशाल को जबरिया रोके और लात-घूसों से उनकी पिटाई कर दी। यह सूचना मिलते ही गांव की अनुसूचित बस्ती के लोगों सहित अन्य ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर गांव के अश्वनी राय के दरवाजे पर धमक गए और ईंट पत्थर चलाने लगे। मौके पर खड़ी बाइक में आग लगा दिए। बगल में खड़ी कार के शीशे, हेड लाइट वगैरह तोड़फोड़ दिए। उसी बीच किसी ने गोली चला दी। गोली घूरा राम की जांघ में जा लगी। उसके बाद तो वह लोग और आक्रोशित हो गए और घायल घूरा राम को लेकर गांव की सड़क पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि घटना में शामिल हमलावर को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। मौके पर पहुंचे पुलिस कप्तान के आश्वासन पर धरना समाप्त हो गया। उसके बाद घायल को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
एसओ भांवरकोल शैलेश कुमार मिश्र ने बताया कि इस मामले में रामबिशाल यादव की तहरीर पर नामजद अभियुक्तों में अंजनी राय उर्फ डब्लू तथा अश्विनी राय सगे भाई हैं और सौरभ राय अश्वनी का बेटा है। इनके खिलाफ हत्या का प्रयास, मार-पीट एवं एसटीएससी एक्ट के तहत एफआईआर पंजीकृत हुई है। अश्वनी खुद बीडीसी सदस्य का चुनाव भी लड़ा है। इन तीनों को शनिवार की शाम करीब साढ़े चार बजे मनिया तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी में अंजनी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद हो गया। अंजनी आपराधिक किस्म का है। उस पर बलिया के नरही थाने में पहले से ही मामले दर्ज हैं। एक सवाल पर एसओ भांवरकोल ने कहा कि दूसरे पक्ष से तहरीर मिली तो उनका मामला भी दर्ज होगा।