[the_ad_group id="229"]
ब्रेकिंग न्यूजराजनीति

सपा का भूल सुधार! निवर्तमान चेयरमैन को दी टिकट

गाजीपुर। आखिर समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत की निवर्तमान चेयरमैन आशा यादव को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दी। श्रीमती यादव जिला पंचायत की कासिमाबाद षष्टम सीट से चुनाव लड़ रही हैं।

पार्टी उम्मीदवारों की पूर्व में जारी सूची में आशा यादव का नाम नहीं था। इसको लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष था। विरोधी भी इसको लेकर पार्टी नेतृत्व पर अंगुली उठाने लगे थे। उनका कहना था कि जो कभी जिले की पहली नागरिक रही, उसके साथ इस अनदेखी से अंदाजा लगाया जाए कि सपा में नेताओं, कार्यकर्ताओं कितना सम्मान है।

विरोधियों की ऐसी टिप्पणियां वजह रहीं या कुछ और लेकिन शीर्ष नेतृत्व की दखल पर शनिवार को पार्टी जिलाध्यक्ष रामधारी यादव की ओर से और पांच सीटों के लिए उम्मीदवारों की जारी सूची में कासिमाबाद की षष्टम सीट से आशा यादव का नाम अंकित है। पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी अरुण श्रीवास्तव ने जिलाध्यक्ष के हवाले से बताया कि प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के निर्देश पर यह सूची जारी की गई है।

हालांकि इस सूची में दो उम्मीदवारों के नाम गौर करने वाले हैं। सूची में सदर प्रथम सीट से लक्ष्मी यादव पत्नी कमला यादव का नाम है। कमला यादव जिलाध्यक्ष रामधारी यादव के भतीजे हैं। शायद यही वजह है कि पार्टी के जिला महासचिव अशोक बिंद के परिवार का टिकट काट कर लक्ष्मी यादव को उम्मीदवार बनाया गया है। इस सीट पर पिछले चुनाव में अशोक बिंद के पुत्र श्रीकृष्ण बिंद ने शानदार जीत दर्ज कराते हुए शेष 15 उम्मीदवारों की जमानत जब्त करा दी थी। माना जा रहा था कि इस बार पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित होने के बावजूद इस सीट के लिए पार्टी अशोक बिंद के ही परिवार के किसी महिला को ही टिकट देगी।

इसी तरह सूची में एक नाम करंडा प्रथम के लिए विनोद यादव का नाम है जबकि कार्यकर्ता शिवपूजन यादव पांचू को टिकट मिलने की उम्मीद लगाए थे लेकिन उनकी जगह विनोद यादव का नाम आने से कार्यकर्ता हैरान हैं। दबी जुबान  उनका कहना है कि पार्टी विधायक डॉ. बीरेंद्र यादव ने उन्हें ‘कतर’ दिया है। दरअसल पिछले चुनाव में डॉ. बीरेंद्र यादव वहां से चुनाव लड़ कर जीते थे। उस चुनाव में शिवपूजन यादव पांचू ने उनके विरुद्ध ताल ठोकी थी। फिर डॉ. बीरेंद्र यादव के विधायक बनने के बाद उस सीट पर उपचुनाव हुआ। तब पांचू उनके कहने पर मैदान में नहीं उतरे लेकिन शायद डॉ. बीरेंद्र यादव पांचू की खुद के विरुद्ध उम्मीदवारी को भूला नहीं पाए और इस बार चुनाव के लिए टिकट देने-दिलाने की बारी आई तो वह पांचू का पत्ता काट अपने कारखास विनोद यादव के नाम पर मुहर लगवा दिए जबकि हकीकत यह है कि पार्टी के कई वरिष्ठ और जिम्मेदार कार्यकर्ता पांचू यादव के प्रचार अभियान में पूरे दमखम से लग गए हैं।

पार्टी की सूची में दो और नाम हैं। इनमें पूर्व जिलाध्यक्ष सुदर्शन यादव के पुत्र शिवकुमार यादव बिरनो तृतीय तथा राम बचन यादव सैदपुर द्वितीय सीट से उम्मीदवार घोषित हुए हैं।

यह भी पढ़ें—विधायक समर्थकों की ‘गुंडई’!

आजकल समाचार’ की खबरों के लिए नोटिफिकेशन एलाऊ करें

[the_ad_group id="230"]

Related Articles

Back to top button